- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला ग्रामीण विधानसभा चुनाव क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत मंढोडघाट के मंधरेच, कीयारी, चीला ग्रामवासी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। कीयारी और चीला गांव को वाइल्ड लाइफ सेंच्युरी में आने के कारण सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है, जिस कारण यहां के बच्चों को जंगली जानवरों के डर के साए तले जंगल के रास्ते से गुजरना पड़ता है। वही गांव मंधरेच तक सड़क है परंतु कोई भी सरकारी बस इस रूट पर नहीं चलाई गई है। मंधरेच में ही एक प्राइमरी स्कूल है इसके बाद में मिडल और उच्च शिक्षा के लिए गांव के बच्चों को मंढोड़घाट या सुन्नी पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग संयुक्त संघर्ष मोर्चा के राज्य संयोजक हीरामणि भारद्वाज ने बताया कि वह अपने सहयोगी पूर्ण चंद कश्यप तथा नन्दलाल कौंडल केे साथ क्षेत्र की ग्राम पंचायत मंढोडघाट के दूरदराज इलाके मंधरेच, कीयारी, चीला जो कि पूर्णतया अनुसूचित जाति एवम अल्प संख्यक बाहुल्य क्षेत्र है का दौरा किया। वहां के ग्रामीणों एवम वार्ड सदस्य हुक्म चंद ने क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बारे में मोर्चा को अवगत करवाया। हीरामणि भारद्वाज ने बताया कि वैसे तो स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के समय में कोलबांध परियोजना के सौजन्य से सैंज खड पर चार पहिया वाहन योग्य पुल निर्मित करवाया गया है जो कि मंधरेच गांव को सड़क सुविधा से जोड़ता है, परंतु इस क्षेत्र को बस सुविधा उपलब्ध नहीं है। गांव वासियो को पंचायत मुख्यालय मंढोडघाट तक पंहूचने के लिए लगभग 10 किलोमीटर का सफ़र पैदल तय करना पड़ता है। यद्यपि सरकार द्वारा मंधरेच गांव में प्रारम्भिक पाठशाला भी खोली गई है, परंतु मिडिल एवम उच्च शिक्षा के लिए स्कूली बच्चों को मंढोडघाट जाना पड़ता हैं। कठिन भुगौलिक परिस्थिति एवम जंगली रास्ता, पगडंंडी से गुजर कर बच्चो को जान को जोखिम में डाल कर रोज़ गुजरना पड़ता है, जो कि भयावह स्थिती है। मंधरेच से आगे चिल्ला, कियारी गांव के लिए कोई भी सड़क सुविधा नहीं है। इस क्षेत्र को वाइल्ड्ड लइफ सेंच्युरी क्षेत्र मजाथल के अधीन लाया गया है, इसलिए पंचायत स्तर पर भी इस क्षेत्र में विकास कार्य नहीं किए जा सकते है। पूर्व में यह क्षेत्र माजाथल वाइल्ड लाइफ सेंच्युरी क्षेत्र से बाहर था, लेकिन वर्तमान समय में सुन्नी की दाड़वाकोट तक सेंच्युरी क्षेत्र के अधीन किया जा चुका है। ग्रामीण इस क्षेत्र को वाइल्ड लाइफ सेंच्युरी से बाहर करने की मांग उठा रहे है ताकि क्षेत्र को विकासोन्मुख किया जा सके। क्षेत्रवासियों ने इस विषय में स्थानीय विधायक विक्रमादित्य सिंह तथा जयराम सरकार से समय समय पर मांग की है कि अणु गांव से आगे मंधरेच तक बस सुविधा को बढ़ाया जाए ताकि स्कूली बच्चो को बस सुविधा का लाभ मिल सके। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में जल शक्ति विभाग सुन्नी द्वारा नियमित जलापूर्ति हेतु कोई भी वाटर गार्ड, या फिट्टर तैनात नहीं किया गया जो कि क्षेत्रवासियों के साथ जल शक्ति विभाग का सौतेला व्यवहार है। हीरामणि भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने ने इस संदर्भ में व्हाट्स एप के माध्यम से स्थानीय विधायक विक्रमादित्य सिंह को भी अवगत करवाया है, परंतु अभी तक मामले में कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। उन्होंने सरकार एवम स्थानीय विधायक से मामले में स्वयंमेव संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देश जारी करने का आग्रह किया है ताकि क्षेत्रवासियों को सरकारी सुविधा का भरपूर लाभ मिल सके।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -