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शिमला ! भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा पश्चिम बंगाल में हिंसा का तांडव निश्चित रूप से स्टेट स्पांसर्ड वायलेंस है। लोगों को केवल अलग विचारधारा चुनने के लिए राज्य की सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर निशाना बनाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय, चिंताजनक और शर्मनाक है। नंदा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद आज बंगाल धू-धू कर हिंसा की आग में जल रहा है। ममता सरकार के संरक्षण में हमारे कई कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। कई कार्यकर्ताओं के घर और दुकानें जला दी गई हैं। कई महिलाओं के साथ भी अमानवीय दुर्व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा लोकतंत्र में इस प्रकार की हिंसा और कुकृत्यों की कोई जगह नहीं हो सकती। भारतीय जनता पार्टी इन घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करती है और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग करती है। उन्होंने कहा माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी के नेतृत्व में भाजपा, पश्चिम बंगाल के एक-एक पार्टी कार्यकर्ता की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। पश्चिम बंगाल के किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी लड़ाई हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी लड़ेंगे। नंदा ने कहा बंगाल में जारी हिंसा के तांडव के बीच हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी आज से दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में हैं जहां वे हिंसा के शिकार पार्टी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिल रहे है और लोकतांत्रिक तरीके से इस स्टेट स्पांसर्ड हिंसा का विरोध कर रहे है । इस बार बंगाल विधान सभा चुनाव में राज्य के लगभग 2.38 करोड़ बंगाली जनता ने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया। उन्होंने कहा महिलाओं के साथ बलात्कार और अमानवीय दुर्व्यवहार किसी भी सभ्य समाज के लिए एक कलंक है। ममता दीदी, आप अपने-आप को बंगाल की बेटी और दीदी बताती हैं लेकिन जिन महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, जिन्हें उनके घरों से निकाल कर सरेआम पीटा जा रहा है, क्या वे बंगाल की बेटी नहीं हैं? इस कुकृत्य के लिए शर्म आनी चाहिए आपको। तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद हिंसा और उपद्रव की यह विभीषिका महज संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है। चुनाव के समय एक रैली में ममता बनर्जी ने स्वयं आज की हिंसा की तस्वीर पेश करते हुए कहा था कि “चुनाव के बाद केंद्रीय सुरक्षा बल के जाने के बाद क्या होगा? तब तो हम ही होंगे और देख लेंगे।” उन्होंने कहा ममता बनर्जी ने जिस तरह से शांति की अपील की, वह भी हिंसा के उन्माद को और बढ़ाने वाला है। ममता बनर्जी शांति की अपील में भी अशांति के बीज बोती हैं। बंगाल के सभ्य समाज में ममता बनर्जी जहर घोलने की चेष्टा कर रही हैं। क्या गलती थी बेलाघाट से श्री अभिजीत सरकार की कि उनकी निर्मम हत्या कर दी गई? हत्या से कुछ देर पहले अभिजीत सरकार ने फेसबुक लाइव के माध्यम से बताया कि TMC के गुंडे लगातार बमबारी कर रहे थे और उन्होंने उनके घर और दफ्तर को तहस-नहस कर डाला है। उनकी एक ही गलती है कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा जगदाल से श्रीमती शोभा रानी मंडल की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि वे भाजपा के बूथ कार्यकर्ता की माँ थी। रानाघाट के भाजपा कार्यकर्ता श्री उत्तम घोष की भी नृशंस हत्या कर दी गई। सोनारपुर दक्षिण से श्री होरोम अधिकारी जी की हत्या कर दी गई। इसी तरह सीतलकुची से भाजपा कार्यकर्ता मोमिक मोइत्रा और बोलपुर से श्री गौरब सरकार की भी निर्मम हत्या तृणमूल सरकार के संरक्षण में कर दी गई है। कई और पार्टी कार्यकर्ता की हत्या की खबर है। हमने पहले भी देखा है कि देश में कहीं भी कुछ होता है तो ममता बनर्जी तुरंत एक डेलिगेशन भेज देती हैं राजनीति करने लेकिन बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों में ममता बनर्जी ने अब तक कोई डेलिगेशन क्यों नहीं भेजा? उन्होंने कहा राहुल गाँधी, बंगाल में आपके भी कार्यकर्ता दम तोड़ रहे हैं लेकिन आप एक ट्वीट तक नहीं करते जबकि बंगाल में आपके नेता अधीर रंजन चौधरी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता लगातार जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं। लोकतंत्र में हिंसा किसी पार्टी का विषय नहीं, मानवता का विषय है। ऐसे मुद्दों पर सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए और हिंसा की राजनीति के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आज हिमाचल प्रदेश में सभी मंडलों में धरना प्रदर्शन, मौन प्रदर्शन, जिलाधीश महोदय के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजे हुए हैं। भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा 2 मई 2021 को पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणामों में ममता बनर्जी की हार और तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद ही तृणमूल सरकार के संरक्षण में गुंडों द्वारा हिंसा का तांडव और खून की होली खेलकर जीत का जश्न मनाना शुरू किया गया। अभी तक बंगाल में हुई हिंसा की घटनाओं में कई भाजपा कार्यकर्ताओं की जान गई है, कई जगह भारतीय जनता पार्टी के जिला और स्थानीय कार्यालयों को आग के हवाले किया गया है। कई जगह आम लोगों के घरों पर हमले किए गए हैं। हिंसा का तांडव इतना विकराल है कि पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल ने भी अपना वक्तव्य देकर इस पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। महोदय, ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार के कार्यकाल में अब तक 140 से अधिक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई भी उचित कार्यवाही नहीं हुई है। हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हत्यारों के खिलाफ मुकदर्शक बनकर इन सभी हिंसक घटनाओं की गवाह बन रही है लेकिन उन्होंने न तो इसकी निंदा की है ना ही प्रशासन को गुंडा तत्वों पर अभी तक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। भारतीय जनता पार्टी इन हिंसक घटनाओं को देखते हुए पछिम बंगाल में राष्ट्रपति शाशन की मांग करती हैं। भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश मांग करती है कि पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसक घटनाओ के नियंत्रण हेतु केंद्रीय सुरक्षा बल भेजे जाए। हिंसा में संलिप्त गुंडा तत्व व अपराधियों के खिलाफ मामले दर्ज कर गिरफ़्तार किया जाए । पश्चिम बंगाल में हुई सभी हिंसक व आगजनी की घटनाओं की सीबीआई जांच की जाए और प्रभावित परिवारों को सुरक्षा की व्यवस्था व उचित आर्थिक सहित प्रधान की जाए। महोदय, भाजपा की अपेक्षा है आप हमारी इन मांगों पे उचित व ठोस कदम उठाएंगे ताकि पश्चिम बंगाल के आम जनमानस की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
शिमला ! भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा पश्चिम बंगाल में हिंसा का तांडव निश्चित रूप से स्टेट स्पांसर्ड वायलेंस है। लोगों को केवल अलग विचारधारा चुनने के लिए राज्य की सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर निशाना बनाया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय, चिंताजनक और शर्मनाक है। नंदा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद आज बंगाल धू-धू कर हिंसा की आग में जल रहा है। ममता सरकार के संरक्षण में हमारे कई कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। कई कार्यकर्ताओं के घर और दुकानें जला दी गई हैं। कई महिलाओं के साथ भी अमानवीय दुर्व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा लोकतंत्र में इस प्रकार की हिंसा और कुकृत्यों की कोई जगह नहीं हो सकती। भारतीय जनता पार्टी इन घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करती है और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग करती है। उन्होंने कहा माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी के नेतृत्व में भाजपा, पश्चिम बंगाल के एक-एक पार्टी कार्यकर्ता की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। पश्चिम बंगाल के किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी लड़ाई हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी लड़ेंगे।
नंदा ने कहा बंगाल में जारी हिंसा के तांडव के बीच हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी आज से दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में हैं जहां वे हिंसा के शिकार पार्टी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिल रहे है और लोकतांत्रिक तरीके से इस स्टेट स्पांसर्ड हिंसा का विरोध कर रहे है । इस बार बंगाल विधान सभा चुनाव में राज्य के लगभग 2.38 करोड़ बंगाली जनता ने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया।
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उन्होंने कहा महिलाओं के साथ बलात्कार और अमानवीय दुर्व्यवहार किसी भी सभ्य समाज के लिए एक कलंक है। ममता दीदी, आप अपने-आप को बंगाल की बेटी और दीदी बताती हैं लेकिन जिन महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ, जिन्हें उनके घरों से निकाल कर सरेआम पीटा जा रहा है, क्या वे बंगाल की बेटी नहीं हैं? इस कुकृत्य के लिए शर्म आनी चाहिए आपको। तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद हिंसा और उपद्रव की यह विभीषिका महज संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है। चुनाव के समय एक रैली में ममता बनर्जी ने स्वयं आज की हिंसा की तस्वीर पेश करते हुए कहा था कि “चुनाव के बाद केंद्रीय सुरक्षा बल के जाने के बाद क्या होगा? तब तो हम ही होंगे और देख लेंगे।”
उन्होंने कहा ममता बनर्जी ने जिस तरह से शांति की अपील की, वह भी हिंसा के उन्माद को और बढ़ाने वाला है। ममता बनर्जी शांति की अपील में भी अशांति के बीज बोती हैं। बंगाल के सभ्य समाज में ममता बनर्जी जहर घोलने की चेष्टा कर रही हैं। क्या गलती थी बेलाघाट से श्री अभिजीत सरकार की कि उनकी निर्मम हत्या कर दी गई? हत्या से कुछ देर पहले अभिजीत सरकार ने फेसबुक लाइव के माध्यम से बताया कि TMC के गुंडे लगातार बमबारी कर रहे थे और उन्होंने उनके घर और दफ्तर को तहस-नहस कर डाला है। उनकी एक ही गलती है कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं।
उन्होंने कहा जगदाल से श्रीमती शोभा रानी मंडल की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि वे भाजपा के बूथ कार्यकर्ता की माँ थी। रानाघाट के भाजपा कार्यकर्ता श्री उत्तम घोष की भी नृशंस हत्या कर दी गई। सोनारपुर दक्षिण से श्री होरोम अधिकारी जी की हत्या कर दी गई। इसी तरह सीतलकुची से भाजपा कार्यकर्ता मोमिक मोइत्रा और बोलपुर से श्री गौरब सरकार की भी निर्मम हत्या तृणमूल सरकार के संरक्षण में कर दी गई है। कई और पार्टी कार्यकर्ता की हत्या की खबर है। हमने पहले भी देखा है कि देश में कहीं भी कुछ होता है तो ममता बनर्जी तुरंत एक डेलिगेशन भेज देती हैं राजनीति करने लेकिन बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों में ममता बनर्जी ने अब तक कोई डेलिगेशन क्यों नहीं भेजा?
उन्होंने कहा राहुल गाँधी, बंगाल में आपके भी कार्यकर्ता दम तोड़ रहे हैं लेकिन आप एक ट्वीट तक नहीं करते जबकि बंगाल में आपके नेता अधीर रंजन चौधरी और एनएसयूआई के कार्यकर्ता लगातार जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं। लोकतंत्र में हिंसा किसी पार्टी का विषय नहीं, मानवता का विषय है। ऐसे मुद्दों पर सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना चाहिए और हिंसा की राजनीति के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि आज हिमाचल प्रदेश में सभी मंडलों में धरना प्रदर्शन, मौन प्रदर्शन, जिलाधीश महोदय के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजे हुए हैं। भाजपा ने अपने ज्ञापन में कहा 2 मई 2021 को पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणामों में ममता बनर्जी की हार और तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद ही तृणमूल सरकार के संरक्षण में गुंडों द्वारा हिंसा का तांडव और खून की होली खेलकर जीत का जश्न मनाना शुरू किया गया। अभी तक बंगाल में हुई हिंसा की घटनाओं में कई भाजपा कार्यकर्ताओं की जान गई है, कई जगह भारतीय जनता पार्टी के जिला और स्थानीय कार्यालयों को आग के हवाले किया गया है। कई जगह आम लोगों के घरों पर हमले किए गए हैं। हिंसा का तांडव इतना विकराल है कि पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल ने भी अपना वक्तव्य देकर इस पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। महोदय, ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार के कार्यकाल में अब तक 140 से अधिक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है। लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई भी उचित कार्यवाही नहीं हुई है। हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हत्यारों के खिलाफ मुकदर्शक बनकर इन सभी हिंसक घटनाओं की गवाह बन रही है लेकिन उन्होंने न तो इसकी निंदा की है ना ही प्रशासन को गुंडा तत्वों पर अभी तक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
भारतीय जनता पार्टी इन हिंसक घटनाओं को देखते हुए पछिम बंगाल में राष्ट्रपति शाशन की मांग करती हैं। भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश मांग करती है कि पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसक घटनाओ के नियंत्रण हेतु केंद्रीय सुरक्षा बल भेजे जाए। हिंसा में संलिप्त गुंडा तत्व व अपराधियों के खिलाफ मामले दर्ज कर गिरफ़्तार किया जाए । पश्चिम बंगाल में हुई सभी हिंसक व आगजनी की घटनाओं की सीबीआई जांच की जाए और प्रभावित परिवारों को सुरक्षा की व्यवस्था व उचित आर्थिक सहित प्रधान की जाए। महोदय, भाजपा की अपेक्षा है आप हमारी इन मांगों पे उचित व ठोस कदम उठाएंगे ताकि पश्चिम बंगाल के आम जनमानस की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
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