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शिमला ! मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। यह सच साबित कर दिखाया है हिमाचल के शिमला की पहली महिला टैक्सी ड्राइवर मीनाक्षी नेगी ने। मीनाक्षी ने जमाना क्या बोलेगा, इसकी परवाह किए बगैर टैक्सी ड्राइविंग शुरू की। आज शिमला लोकल के अलावा पूरे हिमाचल, चंडीगढ़, दिल्ली तक टैक्सी चला रही है। किन्नौर से संबंध रखने वाली मीनाक्षी नेगी और उनका पूरा परिवार शिमला के पंथाघाटी में रहता है। मीनाक्षी की दो बेटियां है, जो शहर के नामी स्कूल में पढ़ती हैं। इन्हें वह रोजाना अपनी गाड़ी में स्कूल में ड्रॉप करती और शाम को घर वापस लाती। मीनाक्षी ने बताया कि वह 4 सालों से टैक्सी चला रही है। इस दौरान वह पूरे हिमाचल से बाहर चंडीगढ़ वह दिल्ली भी जाती रहती है। उन्होंने बताया कि हर काम मे कठिनाईयां होती है इनका सामना।करने के बाद ही सफलता हासिल होती है।
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