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शिमला ,6 मार्च ( विशाल सूद) ! शिमला के पीटरहाफ में आज राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान महिलाओं के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों व स्वयं सहायता समूहों के द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसके अलावा रस्साकसी जैसे अनेक कार्यक्रमों के द्वारा महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया गया।,स्वास्थय एवम सामाजिक न्याय एवम आधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल ने इस दौरान कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन शिवरात्रि के चलते इसे आज मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। महिलाएं आज पायलट के रूप में सेवाएं दे रही है इसके अलावा ग्रहणी, अधिकारी व हर क्षेत्र में महिला अपना योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि सृष्टि में लाने वाली और उसके बाद पालन पोषण करने वाली माता बहनों के साथ होने वाली घटनाएं शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि जहां पर नारी का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं। यहां पर भी महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टॉल्स के माध्यम से दर्शाया गया है जो महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। महिलाओं के उत्थान के लिए प्रदेश सरकार ने 15 00 रुपए देने का फैसला लिया है इसे दिया जा रहा है। जो महिलाओं के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होगा।
शिमला ,6 मार्च ( विशाल सूद) ! शिमला के पीटरहाफ में आज राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरान महिलाओं के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों व स्वयं सहायता समूहों के द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई।
इसके अलावा रस्साकसी जैसे अनेक कार्यक्रमों के द्वारा महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया गया।,स्वास्थय एवम सामाजिक न्याय एवम आधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल ने इस दौरान कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन शिवरात्रि के चलते इसे आज मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है।
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महिलाएं आज पायलट के रूप में सेवाएं दे रही है इसके अलावा ग्रहणी, अधिकारी व हर क्षेत्र में महिला अपना योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि सृष्टि में लाने वाली और उसके बाद पालन पोषण करने वाली माता बहनों के साथ होने वाली घटनाएं शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि जहां पर नारी का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते हैं। यहां पर भी महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टॉल्स के माध्यम से दर्शाया गया है जो महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। महिलाओं के उत्थान के लिए प्रदेश सरकार ने 15 00 रुपए देने का फैसला लिया है इसे दिया जा रहा है। जो महिलाओं के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होगा।
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