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शिमला , 10 फरवरी [ शिवानी ] ! दुनिया में कांशी विश्वनाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जहां पर आने से मनुष्य के पाप तो धुलते ही है वहीं इस पवित्र स्थली के दर्शन मात्र से मनुष्य को वेखुंठ की प्राप्ति भी होती है। आज हम अपने सभी दर्शकों को इस यात्रा के अंतिम चरण में 12, ज्योत्र लिंग में से सबसे उत्तम कांशी विश्वनाथ शिव लिंग के दर्शन करवाने के साथ ही साथ विश्व की सबसे उत्तम संध्या रात्रि गंगा पूजा की आर्ती के दर्शन भी कवाएंगे जिसके कि दर्शन मात्र से दिल प्रफुलीत हो उठता है। आपको बता दे कि रोजाना संध्या के समय गंगा मईया की जिस आरती का आयोजन किया जाता है उसमे करीब 9,से 11, पंडित पूरे विधि विधान के साथ इस आरती को करते है और इस पवित्र आरती को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग अपनी अपनी नावों में एक ही जगह में एकत्रित होकर मां गंगा मईया और भगवान शिव का गुणगान करते हुए इस पवित्र आरती को देखते है और आनंद उठाते है। यहां पर भगवान शिव के दर्शन ज्योत्र लिंग के रूप में किए जाते है। इस पवित्र स्थान की एक और विशेषता है कि मां गंगा के तट के किनारे रोजाना दर्जनों के हिसाब से मृत मनुष्यो के देह का संस्कार किया जाता है। इतना ही नहीं इस पवित्र स्थल में कई बजुर्ग अपनी अंतिम सांस इसी स्थान पर लेते है और अपनी इच्छा अनुसार वह लोग इसी जगह पर अपनी देह का संस्कार भी करवाते है। आपको बता दे कि कांशी विश्वनाथ मंदिर और मां गंगा के इस पवित्र स्थान के दर्शनों को रोजाना हजारों की संख्या में सैलानी आते है और अपने परिवार की सुख शांति के दुआ भी मांगते है। कांशी विश्वनाथ मंदिर में विराजे भगवान भोले नाथ के ज्योत्री लिंग और मां गंगा मईया के दर्शनों को करके लोटे इन लोगों का कहना है कि यह स्थान सबसे उत्तम है और भगवान शंकर के ज्योत्र लिंग के दर्शनों को करके उनको बेहद खुशी का आभास हुआ है। इस पवित्र स्थल की अत्यंत खूबसूरती को देखकर इन लोगों ने अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि विश्व का सबसे पवित्र स्थल जो इससे पहले अपनी बदहाली को लेकर आंसू बहाने को मजबूर था पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के अथक प्रयासों का ही नतीजा रहा है कि आज यह पवित्र स्थल आने वाले श्रद्धालुओं के साथ सेलानियो के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इन लोग का कहना है कि इस स्थान एक बार देखने के बाद फिर से इच्छा हो रही है की इस जगह को अपने जीते जी फिर से एक बार देखा जाए। वैसे तो अपने देश में 12,जियोतिर लिंग विराजते है पर जहां तक अगर कांशी विश्वनाथ ज्योतिर लिंग की बात करे तो अन्य ज्योतिष लिंग की उपेक्षा कांशी विश्वनाथ इसलिए भी विशेष हो जाता है कि इस नगरी में मां गंगा मईया का आगमन यहीं से होकर गुजरता है और आने वाले सभी श्रद्धालु मां गंगा मईया में डुबकी लगाकर भगवान के इस पवित्र ज्योतिष लिंग कांशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शनों को जाते है। कांशी विश्वनाथ ज्योतिर लिंग मंदिर के दर्शनों को करने लोग अपने देश के ही नही अपीतू सात समुंदर पार के सैलानी भी आते है। हमारी टीम ने दूसरे देश से आए एक सैलानी से इस जगह के बारे जानकारी ली तो उसमे भी इसकी महत्ता और इसकी प्रशिधिता के बारे हमे जानकारी देते हुए बताया कि उनको भी यहां आकर बेहद खुशी मिली है। इनका कहना है कि इतनी खूबसूरत जगह उन्होंने पहले कभी नही देखी है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 10 फरवरी [ शिवानी ] ! दुनिया में कांशी विश्वनाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जहां पर आने से मनुष्य के पाप तो धुलते ही है वहीं इस पवित्र स्थली के दर्शन मात्र से मनुष्य को वेखुंठ की प्राप्ति भी होती है। आज हम अपने सभी दर्शकों को इस यात्रा के अंतिम चरण में 12, ज्योत्र लिंग में से सबसे उत्तम कांशी विश्वनाथ शिव लिंग के दर्शन करवाने के साथ ही साथ विश्व की सबसे उत्तम संध्या रात्रि गंगा पूजा की आर्ती के दर्शन भी कवाएंगे जिसके कि दर्शन मात्र से दिल प्रफुलीत हो उठता है।
आपको बता दे कि रोजाना संध्या के समय गंगा मईया की जिस आरती का आयोजन किया जाता है उसमे करीब 9,से 11, पंडित पूरे विधि विधान के साथ इस आरती को करते है और इस पवित्र आरती को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग अपनी अपनी नावों में एक ही जगह में एकत्रित होकर मां गंगा मईया और भगवान शिव का गुणगान करते हुए इस पवित्र आरती को देखते है और आनंद उठाते है।
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यहां पर भगवान शिव के दर्शन ज्योत्र लिंग के रूप में किए जाते है। इस पवित्र स्थान की एक और विशेषता है कि मां गंगा के तट के किनारे रोजाना दर्जनों के हिसाब से मृत मनुष्यो के देह का संस्कार किया जाता है। इतना ही नहीं इस पवित्र स्थल में कई बजुर्ग अपनी अंतिम सांस इसी स्थान पर लेते है और अपनी इच्छा अनुसार वह लोग इसी जगह पर अपनी देह का संस्कार भी करवाते है। आपको बता दे कि कांशी विश्वनाथ मंदिर और मां गंगा के इस पवित्र स्थान के दर्शनों को रोजाना हजारों की संख्या में सैलानी आते है और अपने परिवार की सुख शांति के दुआ भी मांगते है। कांशी विश्वनाथ मंदिर में विराजे भगवान भोले नाथ के ज्योत्री लिंग और मां गंगा मईया के दर्शनों को करके लोटे इन लोगों का कहना है कि यह स्थान सबसे उत्तम है और भगवान शंकर के ज्योत्र लिंग के दर्शनों को करके उनको बेहद खुशी का आभास हुआ है।
इस पवित्र स्थल की अत्यंत खूबसूरती को देखकर इन लोगों ने अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि विश्व का सबसे पवित्र स्थल जो इससे पहले अपनी बदहाली को लेकर आंसू बहाने को मजबूर था पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के अथक प्रयासों का ही नतीजा रहा है कि आज यह पवित्र स्थल आने वाले श्रद्धालुओं के साथ सेलानियो के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इन लोग का कहना है कि इस स्थान एक बार देखने के बाद फिर से इच्छा हो रही है की इस जगह को अपने जीते जी फिर से एक बार देखा जाए।
वैसे तो अपने देश में 12,जियोतिर लिंग विराजते है पर जहां तक अगर कांशी विश्वनाथ ज्योतिर लिंग की बात करे तो अन्य ज्योतिष लिंग की उपेक्षा कांशी विश्वनाथ इसलिए भी विशेष हो जाता है कि इस नगरी में मां गंगा मईया का आगमन यहीं से होकर गुजरता है और आने वाले सभी श्रद्धालु मां गंगा मईया में डुबकी लगाकर भगवान के इस पवित्र ज्योतिष लिंग कांशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शनों को जाते है।
कांशी विश्वनाथ ज्योतिर लिंग मंदिर के दर्शनों को करने लोग अपने देश के ही नही अपीतू सात समुंदर पार के सैलानी भी आते है। हमारी टीम ने दूसरे देश से आए एक सैलानी से इस जगह के बारे जानकारी ली तो उसमे भी इसकी महत्ता और इसकी प्रशिधिता के बारे हमे जानकारी देते हुए बताया कि उनको भी यहां आकर बेहद खुशी मिली है। इनका कहना है कि इतनी खूबसूरत जगह उन्होंने पहले कभी नही देखी है।
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