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शिमला , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! एचआरटीसी पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।लम्बे समय से पेंशनर के भत्ते तथा अन्य देनदारियां का भुगतान नही हुआ है।अब पेंशनर संगठन ने अब आर पार की लड़ाई का एलान कर दिया है। शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पेंशनर संगठन ने कहा है कि अब मजबूरन उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ेगा और मांगों को लेकर 21 दिसंबर को संगठन विधानसभा घेराव करेगा। संगठन का कहना है कि प्रबंधन के साथ हुई बैठकों में सार्थक परिणाम नही निकल पाए है।यहां तक कि परिवहन मंत्री कार्यालय में पत्राचार के बावजूद भी कोई हल नही निकल पाया है।संगठन को अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पडा है। पेंशनर्स कल्याण संगठन के विधि सलाहकार राजेन्द्र ठाकुर ने कहां कि संगठन लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है,परन्तु प्रबंधन उनकी मांगों के प्रति बेरुखी का रवैया अपनाए हुए है।यहां तक कि परिवहन मंत्री कार्यालय में पत्राचार के बावजूद भी कोई हल नही निकल पाया है।संगठन को अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड रहा है।एचआरटीसी के पेंशनर्स मांगों को लेकर आराम करने की उम्र में बुजुर्ग एचआरटीसी के पेंशनर्ज आंदोलन करने के लिए मजबूर है। बार-बार आंदोलन को लेकर नोटिस देने के बाद भी प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन ने बैठक के लिए न बुलाने पर अब पथ परिवहन पेंशनर्ज कल्याण संगठन के पेंशनरों ने 21 दिसंबर को विधानसभा सत्र के दौरान आंदोलन करने का फैसला लिया है।उन्होंने कहा कि पेंशन का सुनिश्चित समाधान किया जाए जिससे उन्हें पहली तारीख को पेंशन मिल सके। उन्होंने कहा कि एरियर भी लंबित है जिसका भुगतान नही हुआ है वहीं 65,70व 75 की आयु पूरे कर चुके पेंशनरों को बढ़ा हुआ भत्ता प्रदान किया जाए।राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि चिकित्सा बिलों का भुगतान भी एक मुश्त किया जाए साथ ही संगठन पदाधिकारियों पर दर्ज मामले वापिस लिए जाएं। उन्होंने कहा एचआरटीसी की लगभग 1400 करोड़ की देनदारियां हैं और वहीं पेंशनर्स की 600 करोड़ की देनदारियां हैं।उन्होंने कहा कि मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाते हुए 21दिसंबर को संगठन विधानसभा घेराव करेगा।अगर सरकार फिर भी नही मानी तो शिमला व मंडी में भी हल्ला बोला जाएगा।
शिमला , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! एचआरटीसी पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।लम्बे समय से पेंशनर के भत्ते तथा अन्य देनदारियां का भुगतान नही हुआ है।अब पेंशनर संगठन ने अब आर पार की लड़ाई का एलान कर दिया है।
शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पेंशनर संगठन ने कहा है कि अब मजबूरन उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ेगा और मांगों को लेकर 21 दिसंबर को संगठन विधानसभा घेराव करेगा। संगठन का कहना है कि प्रबंधन के साथ हुई बैठकों में सार्थक परिणाम नही निकल पाए है।यहां तक कि परिवहन मंत्री कार्यालय में पत्राचार के बावजूद भी कोई हल नही निकल पाया है।संगठन को अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पडा है।
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पेंशनर्स कल्याण संगठन के विधि सलाहकार राजेन्द्र ठाकुर ने कहां कि संगठन लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है,परन्तु प्रबंधन उनकी मांगों के प्रति बेरुखी का रवैया अपनाए हुए है।यहां तक कि परिवहन मंत्री कार्यालय में पत्राचार के बावजूद भी कोई हल नही निकल पाया है।संगठन को अब मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड रहा है।एचआरटीसी के पेंशनर्स मांगों को लेकर आराम करने की उम्र में बुजुर्ग एचआरटीसी के पेंशनर्ज आंदोलन करने के लिए मजबूर है।
बार-बार आंदोलन को लेकर नोटिस देने के बाद भी प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन ने बैठक के लिए न बुलाने पर अब पथ परिवहन पेंशनर्ज कल्याण संगठन के पेंशनरों ने 21 दिसंबर को विधानसभा सत्र के दौरान आंदोलन करने का फैसला लिया है।उन्होंने कहा कि पेंशन का सुनिश्चित समाधान किया जाए जिससे उन्हें पहली तारीख को पेंशन मिल सके।
उन्होंने कहा कि एरियर भी लंबित है जिसका भुगतान नही हुआ है वहीं 65,70व 75 की आयु पूरे कर चुके पेंशनरों को बढ़ा हुआ भत्ता प्रदान किया जाए।राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि चिकित्सा बिलों का भुगतान भी एक मुश्त किया जाए साथ ही संगठन पदाधिकारियों पर दर्ज मामले वापिस लिए जाएं।
उन्होंने कहा एचआरटीसी की लगभग 1400 करोड़ की देनदारियां हैं और वहीं पेंशनर्स की 600 करोड़ की देनदारियां हैं।उन्होंने कहा कि मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाते हुए 21दिसंबर को संगठन विधानसभा घेराव करेगा।अगर सरकार फिर भी नही मानी तो शिमला व मंडी में भी हल्ला बोला जाएगा।
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