- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला ! आंगनबाड़ी वर्करज़ एवम हैल्परज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू ठियोग प्रोजेक्ट का प्रोजेक्ट सम्मेलन सराएँ हॉल ठियोग में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा,जिला महासचिव अजय दुलटा,जिला कोषाध्यक्ष रमाकांत मिश्रा व यूनियन की प्रदेश कोषाध्यक्षा हिमी देवी उपस्थित रहे। सम्मेलन में 27 सदस्यीय कमेटी का चुनाव किया गया। आशा देवी को अध्यक्ष,रीना देवी को महासचिव,सत्या देवी को कोषाध्यक्ष,आरती देवी,संतोष कुमारी,कला देवी को उपाध्यक्ष,गंगेश्वरी देवी,शांता देवी को सचिव चुना गया। लता देवी,शांता देवी,निर्मला देवी,सीमा देवी,सुनीता देवी,रोशनी देवी,ऊषा कुमारी,सुनीता कुमारी,वीना देवी,मीरा देवी,रेखा कुमारी,सत्या देवी,आशा कुमारी,ममता कुमारी व सावित्री देवी को कमेटी सदस्य चुना गया। यूनियन की प्रदेश कोषाध्यक्षा हिमी देवी ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मी अपनी मांगों को लेकर 21 सितंबर को ठियोग में एक विशाल रैली का आयोजन करके प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान आंगनबाड़ी कर्मी प्री प्राइमरी में नियुक्ति,इस नियुक्ति में 45 वर्ष की शर्त खत्म करने,सुपरवाइजर नियुक्ति के लिए भारतवर्ष के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्विद्यालय की डिग्री को मान्य करने,वरिष्ठता के आधार पर मेट्रिक व ग्रेजुएशन पास की सुपरवाइजर में तुरन्त भर्ती करने,सरकारी कर्मचारी के दर्जे,हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन देने,रिटायरमेंट की आयु 65 वर्ष करने की मांग तथा नन्द घर बनाने की आड़ में आईसीडीएस को वेदांता कम्पनी के हवाले करके निजीकरण की साज़िश व पोषण ट्रैकर ऐप के खिलाफ आंदोलन करेंगे। नव नियुक्त यूनियन अध्यक्षा आशा देवी व महासचिव रीना देवी ने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर आईसीडीएस का निजीकरण किया गया व आंगनबाड़ी वर्करज़ को नियमित कर्मचारी घोषित न किया गया तो आंदोलन और तेज़ होगा। उन्होंने नई शिक्षा नीति को वापिस लेने की मांग की है क्योंकि यह आइसीडीएस विरोधी है। नई शिक्षा नीति में वास्तव में आइसीडीएस के निजीकरण का छिपा हुआ एजेंडा है। आईसीडीएस को वेदांता कम्पनी के हवाले करने के लिए नंद घर की आड़ में निजीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस से भविष्य में कर्मियों को रोज़गार से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने केंद्र सरकार से वर्ष 2013 में हुए पेंतालिसवें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी कर्मियों को हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन और अन्य सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए पेंशन,ग्रेच्युटी,मेडिकल व छुट्टियों की सुविधा लागू करने की मांग की है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को वर्ष 2013 का नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के तहत बकाया राशि का भुगतान तुरन्त करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि प्री प्राइमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा आंगनबाड़ी वर्करज़ को दिया जाए क्योंकि वे काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं। इसकी एवज़ में उनका वेतन बढाया जाए व उन्हें नियमित किया जाए।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -