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लाहौल ! बारलाचा दर्रे पर भारी बर्फबारी के बाद 4 अप्रैल से दारचा में ट्रक फंसे हुए थे । 20 अप्रैल की सुबह , बारलाचा दर्रे में यातायात व्यवस्था को सुचारू करने हेतु फिर से एक अभियान शुरू किया गया । पुलिस अधीक्षक , मानव वर्मा के नेतृत्व में 30 पुलिस कर्मियों की एक टीम को दारचा ( प्वाइंट 144 ) से 50 किलोमीटर की दूरी पर बारालाचा दर्रे पांईट 194 तक यातायात डियूटी विशेषकर उन ट्रकों की आवाजाही के सुचारू रूप से और सुरक्षित आवागमन के लिए तैनात किया गया था जो लेह - लद्दाख को आवश्यक बस्तुओं की आपूर्ति करते है । शाम 4 बजे के आसपास जानकारी मिली कि कुछ ट्रक पाइंट 193 पर सड़क पर फसल गए हैं , जिस कारण लेह की ओर यातायात अवरुद्ध हो गया था तथा सड़क पर लगभग 48 वाहन फंसे थे । पुलिस अधीक्षक लाहौल एवं स्पीति के नेतृत्व में पुलिस टीम 19 प्वाइंट पर पहुंची , हालांकि , एक अन्य ट्रक प्वाइंट 18 के पास फंस गया , जिससे बारालाचा दर्रे के दोनों ओर यातायात अवरुद्ध हो गया । पुलिस अधीक्षक ने सभी यात्रियों और ड्राइवरों को बचाने का कार्य शुरू किया और दारचा के लिए कई वाहनों को वापस भेजा । इस संयुक्त बचाव अभियान में , जो 35 घंटे से अधिक समय तक चला , लाहौल और स्पीति पुलिस , बीआरओ 70 आरसीसी और जिला प्रशासन के कर्मियों सहित विभिन्न टीमों ने कुल 234 व्यक्तियों को बचाया । बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हुआ , क्योंकि तेज बर्फीली हवाओं के साथ - साथ भारी बर्फबारी भी हो रही थी । बरलाचा दर्रा जो लगभग -25 डिग्री तापमान के साथ 16000 फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित है पर बर्फीला तुफान आया था । पुलिस अधीक्षक लाहौल एवं स्पीति के नेतृत्व में 20 व 21 अप्रैल की रात को पुलिस दल द्वारा 147 लोगों जिनमें से अधिकतर नेपाल व झारखण्ड के रहने वाले थे एवं 09 गाड़ियों को बचाया तथा उन्हें सुरक्षित दारचा पहुंचाया । इसके अगले दिन 21 व 22 अप्रैल की रात को बाकी बचे 87 लोगों का बचाया गया । बचाए गए सभी लागों को जिस्पा केबचाव शिविरों तक लाया गया तथा उन्हें प्राथमिक चिकित्सा , भोजन और आश्रय प्रदान किया गया ।
लाहौल ! बारलाचा दर्रे पर भारी बर्फबारी के बाद 4 अप्रैल से दारचा में ट्रक फंसे हुए थे । 20 अप्रैल की सुबह , बारलाचा दर्रे में यातायात व्यवस्था को सुचारू करने हेतु फिर से एक अभियान शुरू किया गया । पुलिस अधीक्षक , मानव वर्मा के नेतृत्व में 30 पुलिस कर्मियों की एक टीम को दारचा ( प्वाइंट 144 ) से 50 किलोमीटर की दूरी पर बारालाचा दर्रे पांईट 194 तक यातायात डियूटी विशेषकर उन ट्रकों की आवाजाही के सुचारू रूप से और सुरक्षित आवागमन के लिए तैनात किया गया था जो लेह - लद्दाख को आवश्यक बस्तुओं की आपूर्ति करते है । शाम 4 बजे के आसपास जानकारी मिली कि कुछ ट्रक पाइंट 193 पर सड़क पर फसल गए हैं , जिस कारण लेह की ओर यातायात अवरुद्ध हो गया था तथा सड़क पर लगभग 48 वाहन फंसे थे । पुलिस अधीक्षक लाहौल एवं स्पीति के नेतृत्व में पुलिस टीम 19 प्वाइंट पर पहुंची , हालांकि , एक अन्य ट्रक प्वाइंट 18 के पास फंस गया , जिससे बारालाचा दर्रे के दोनों ओर यातायात अवरुद्ध हो गया । पुलिस अधीक्षक ने सभी यात्रियों और ड्राइवरों को बचाने का कार्य शुरू किया और दारचा के लिए कई वाहनों को वापस भेजा । इस संयुक्त बचाव अभियान में , जो 35 घंटे से अधिक समय तक चला , लाहौल और स्पीति पुलिस , बीआरओ 70 आरसीसी और जिला प्रशासन के कर्मियों सहित विभिन्न टीमों ने कुल 234 व्यक्तियों को बचाया ।
बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हुआ , क्योंकि तेज बर्फीली हवाओं के साथ - साथ भारी बर्फबारी भी हो रही थी । बरलाचा दर्रा जो लगभग -25 डिग्री तापमान के साथ 16000 फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित है पर बर्फीला तुफान आया था । पुलिस अधीक्षक लाहौल एवं स्पीति के नेतृत्व में 20 व 21 अप्रैल की रात को पुलिस दल द्वारा 147 लोगों जिनमें से अधिकतर नेपाल व झारखण्ड के रहने वाले थे एवं 09 गाड़ियों को बचाया तथा उन्हें सुरक्षित दारचा पहुंचाया । इसके अगले दिन 21 व 22 अप्रैल की रात को बाकी बचे 87 लोगों का बचाया गया । बचाए गए सभी लागों को जिस्पा केबचाव शिविरों तक लाया गया तथा उन्हें प्राथमिक चिकित्सा , भोजन और आश्रय प्रदान किया गया ।
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