- विज्ञापन (Article Top Ad) -
लाहौल ! जनजातीय जिला लाहौल घाटी के पट्टन घाटी में पूना उत्सव की धूम है।लाहौल के पटृन घाटी में फागली उत्सव और पुना उत्सव सर्दियों का सबसे बड़ा उत्सव है। पुना उत्सव के दिन लाहौल घाटी के नालडा गाँव के लोग एक निर्धारित स्थान पर धरती पूजन के लिए बुजुर्ग, बच्चें सज धज कर पूर्ण परिधान के साथ जातें हैं और घरों के छतों पर बर्फ के बने शिवलिंग की पूजा करते हैं। घाटी में फागली उत्सव के दिन सबसे पहले आराध्य देवता राजा घेपन की पूजा करते हैं। घाटी में पुना उत्सव के दिन बडे बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते हैं और साल भर रजिंश को भुला कर एक दूसरे से गले लगते है। पुना उत्सव लाहौल घाटी के एक मात्र नालडा गाँव में मनाया जाता है जो एक इतिहास रचता है। मान्यता है कि नालडा गाँव के पुना उत्सव को देखने के लिए देवी देवता भी सात पोड़ी नीचे उतरते है और कुछ पल के लिए सूर्य चांद भी अपने जगह स्थिर हो जाता है। समय कुछ पल के लिए रूक जाता है। गाँव के लोग पारंपरिक बेशभूषा के साथ सुसज्जित होकर पुना उत्सव के लिए सुबह 9 बजे घर से निकलते हैं।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -