- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला ! स्विट्जरलैंड और हिमाचल प्रदेश में लगभग एक समान भौगोलिक परिस्थितियां और जलवायु है, जिससे स्विस उद्यमियों को पर्यटन, शीतकालीन खेल और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में निवेश करने के पर्याप्त अवसर प्राप्त होते हैं। ये विचार मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारत में स्विट्जरलैंड के राजदूत डाॅ. राल्फ हेेकनर के साथ बातचीत के दौरान व्यक्त किए, जिन्होंने आज यहां मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनेक कदम उठाये हैं और व्यापार में सुगमता के लिए भी कई बहुआयामी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में संभावित उद्यमियों के लिए बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र और निवेशक अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। प्रदेश सरकार उद्यमियों की सुविधा के लिए आधारभूत ढांचे को विकसित करने पर भी निवेश कर रही है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की शांत जलवायु और शुद्ध वातावरण यहां वर्षभर लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हंै। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश को आतिथ्य क्षेत्र में निवेश का आदर्श केंद्र बनाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बल्क ड्रग पार्क प्राप्त करने के लिए राज्य कड़ी मेहनत कर रहा है, जो कि फार्मा क्षेत्र के उद्यमियों को अंतर्राष्ट्रीय सुविधाएं प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से मंडी में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए आग्रह किया है, जिससे निवेशकों, पर्यटकों और आम जनता को बेहतर हवाई संपर्क सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पन विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में भी विदेशी निवेश आकर्षित करने की अपार क्षमता है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 27,000 मेगावाट पन विद्युत ऊर्जा क्षमता चिन्हित की है, जिसमें से 10,700 मेगावाट से अधिक का दोहन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार अगले कुछ वर्षों में अन्य 10,000 मेगावाट के दोहन के लिए प्रयास कर रही है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने सोलन जिले के वाकनाघाट के समीप एक आतिथ्य केंद्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया है, जो राज्य सरकार के पर्यटन क्षेत्र में प्रयासों को बढ़ावा प्रदान करेगा। स्विटजरलैंड के राजदूत डाॅ. राल्फ हेकनर ने कहा कि स्विटजरलैंड भारत में 12वां सबसे बड़ा निवेशक है और यहां 300 से अधिक स्विस कंपनियां कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह स्विट्जरलैंड में 100 भारतीय कंपनियां भी काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन, आतिथ्य, स्वास्थ्य, यांत्रिक उपकरणों और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश के लिए एक आदर्श स्थान है। उन्होंने कहा कि राज्य की समान जलवायु परिस्थितियांे से स्विट्जरलैंड के उद्यमियों को यहां और प्रोत्साहन प्राप्त होगा। मुख्य सचिव अनिल खाची ने राजदूत से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक स्विट्जरलैंड के उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की क्षमता को दर्शाने के लिए आग्रह किया।
शिमला ! स्विट्जरलैंड और हिमाचल प्रदेश में लगभग एक समान भौगोलिक परिस्थितियां और जलवायु है, जिससे स्विस उद्यमियों को पर्यटन, शीतकालीन खेल और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में निवेश करने के पर्याप्त अवसर प्राप्त होते हैं। ये विचार मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारत में स्विट्जरलैंड के राजदूत डाॅ. राल्फ हेेकनर के साथ बातचीत के दौरान व्यक्त किए, जिन्होंने आज यहां मुख्यमंत्री से भेंट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनेक कदम उठाये हैं और व्यापार में सुगमता के लिए भी कई बहुआयामी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में संभावित उद्यमियों के लिए बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र और निवेशक अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। प्रदेश सरकार उद्यमियों की सुविधा के लिए आधारभूत ढांचे को विकसित करने पर भी निवेश कर रही है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की शांत जलवायु और शुद्ध वातावरण यहां वर्षभर लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हंै। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश को आतिथ्य क्षेत्र में निवेश का आदर्श केंद्र बनाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बल्क ड्रग पार्क प्राप्त करने के लिए राज्य कड़ी मेहनत कर रहा है, जो कि फार्मा क्षेत्र के उद्यमियों को अंतर्राष्ट्रीय सुविधाएं प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से मंडी में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के लिए आग्रह किया है, जिससे निवेशकों, पर्यटकों और आम जनता को बेहतर हवाई संपर्क सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पन विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में भी विदेशी निवेश आकर्षित करने की अपार क्षमता है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 27,000 मेगावाट पन विद्युत ऊर्जा क्षमता चिन्हित की है, जिसमें से 10,700 मेगावाट से अधिक का दोहन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार अगले कुछ वर्षों में अन्य 10,000 मेगावाट के दोहन के लिए प्रयास कर रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने सोलन जिले के वाकनाघाट के समीप एक आतिथ्य केंद्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया है, जो राज्य सरकार के पर्यटन क्षेत्र में प्रयासों को बढ़ावा प्रदान करेगा।
स्विटजरलैंड के राजदूत डाॅ. राल्फ हेकनर ने कहा कि स्विटजरलैंड भारत में 12वां सबसे बड़ा निवेशक है और यहां 300 से अधिक स्विस कंपनियां कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह स्विट्जरलैंड में 100 भारतीय कंपनियां भी काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन, आतिथ्य, स्वास्थ्य, यांत्रिक उपकरणों और संबद्ध क्षेत्रों में निवेश के लिए एक आदर्श स्थान है। उन्होंने कहा कि राज्य की समान जलवायु परिस्थितियांे से स्विट्जरलैंड के उद्यमियों को यहां और प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने राजदूत से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक स्विट्जरलैंड के उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की क्षमता को दर्शाने के लिए आग्रह किया।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -