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मंडी , 04 सितंबर ! स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत कार्यरत मुल्ख राज चालक पिछले 17 साल से अनुबंध के आधार पर खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय समोट जिला चम्बा में अपनी सेवाएँ देने के बाद अनुबंध के आधार पर ही सेवानिवृत्त हो गए जानकारी देते नवनीत गुलेरिया उपाध्यक्ष राज्य स्वास्थ्य समिति( एनएचएम) अनुबंध कर्मचारी ने बताया कि जब भी कोई कर्मचारी किसी विभाग से सेवानिवृत्त होता है तो उसके लिए बहुत खुशी का क्षण होता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत लगे कर्मचारी की सेवानिवृत्ति होती है उसके लिए वेहद दुःख का क्षण होता है क्यूंकि एनएचएम कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का कोई वित्तीय लाभ(ग्रेचुटी)नहीं मिलता है जबकि जो वेतनमान उनको मिलता है जिस से की उस कर्मचारी के परिवार का जीवन यापन चलता था उस से भी वो वंचित हो जाता है। उन्होंने ये भी कहा कि एक प्राइवेट कंपनी मे कार्यरत कर्मचारी को भी वित्तीय लाभ(ग्रेचुटी) मिलती है लेकिन एनएचएम में लगे कर्मचारी को नहीं मिलती है उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से माँग कि जल्द से जल्द एनएचएम कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाये ताकि भविष्य में कोई भी एनएचएम कर्मचारी खाली हाथ घर को नहीं जाए। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
मंडी , 04 सितंबर ! स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत कार्यरत मुल्ख राज चालक पिछले 17 साल से अनुबंध के आधार पर खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय समोट जिला चम्बा में अपनी सेवाएँ देने के बाद अनुबंध के आधार पर ही सेवानिवृत्त हो गए जानकारी देते नवनीत गुलेरिया उपाध्यक्ष राज्य स्वास्थ्य समिति( एनएचएम) अनुबंध कर्मचारी ने बताया कि जब भी कोई कर्मचारी किसी विभाग से सेवानिवृत्त होता है तो उसके लिए बहुत खुशी का क्षण होता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत लगे कर्मचारी की सेवानिवृत्ति होती है उसके लिए वेहद दुःख का क्षण होता है क्यूंकि एनएचएम कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का कोई वित्तीय लाभ(ग्रेचुटी)नहीं मिलता है जबकि जो वेतनमान उनको मिलता है जिस से की उस कर्मचारी के परिवार का जीवन यापन चलता था उस से भी वो वंचित हो जाता है।
उन्होंने ये भी कहा कि एक प्राइवेट कंपनी मे कार्यरत कर्मचारी को भी वित्तीय लाभ(ग्रेचुटी) मिलती है लेकिन एनएचएम में लगे कर्मचारी को नहीं मिलती है उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से माँग कि जल्द से जल्द एनएचएम कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाये ताकि भविष्य में कोई भी एनएचएम कर्मचारी खाली हाथ घर को नहीं जाए।
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