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बिलासपुर ! उपमंडल घुमारवीं की गाहर पंचायत के केट गांव में शिकारियों द्वारा लगाई गई कड़ाकी में राष्ट्रीय पक्षी मोर के फंस जाने से बुरी तरह से घायल मोर का दाहिना पंजा लगभग अलग हो चुका है। जानकारी देते हुए गांव के प्रबुध व्यक्तित्व पशु एवं वन्य प्राणी प्रेमी सेवानिवृत अध्यापक सरस्वति प्रसाद के साथ अन्य लोगों ने गांव की परीधि में हुई इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि कडक़ी में फंसे हुए मोर को गांव के 2 युवकों आशोक व पवन कुमार ने बड़ी मशक्त के बाद छुड़वाया तथा दवा भी की। उसके बाद लोगों ने पुलिस व वन विभाग को सूचना देकर मौके पर बुलवाया तथा जांच करके दोषियों के विरूध कार्रवाई करने की भी मांग की। भराड़ी पुलिस ने कडकी को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर, वन विभाग के बीओ कमल किशोर के साथ वन रक्षक मिथिला ने मौके पर पंहुचकर स्थिति का जायजा लिया तथा मोर को प्रारंभिक चिकित्सीय सहायता भी प्रदान करवाई। उधर, पुलिस प्रभारी सतपाल शर्मा ने बताया कि कडक़ी को कब्जे में ले लिया गया है तथा जांच जारी है। जबकि मोर को वन विभाग के सानिध्य व सरंक्षण में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया अवैध रूप से शिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
बिलासपुर ! उपमंडल घुमारवीं की गाहर पंचायत के केट गांव में शिकारियों द्वारा लगाई गई कड़ाकी में राष्ट्रीय पक्षी मोर के फंस जाने से बुरी तरह से घायल मोर का दाहिना पंजा लगभग अलग हो चुका है। जानकारी देते हुए गांव के प्रबुध व्यक्तित्व पशु एवं वन्य प्राणी प्रेमी सेवानिवृत अध्यापक सरस्वति प्रसाद के साथ अन्य लोगों ने गांव की परीधि में हुई इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि कडक़ी में फंसे हुए मोर को गांव के 2 युवकों आशोक व पवन कुमार ने बड़ी मशक्त के बाद छुड़वाया तथा दवा भी की। उसके बाद लोगों ने पुलिस व वन विभाग को सूचना देकर मौके पर बुलवाया तथा जांच करके दोषियों के विरूध कार्रवाई करने की भी मांग की।
भराड़ी पुलिस ने कडकी को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर, वन विभाग के बीओ कमल किशोर के साथ वन रक्षक मिथिला ने मौके पर पंहुचकर स्थिति का जायजा लिया तथा मोर को प्रारंभिक चिकित्सीय सहायता भी प्रदान करवाई। उधर, पुलिस प्रभारी सतपाल शर्मा ने बताया कि कडक़ी को कब्जे में ले लिया गया है तथा जांच जारी है। जबकि मोर को वन विभाग के सानिध्य व सरंक्षण में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया अवैध रूप से शिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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