
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
बिलासपुर 17अप्रैल ( राकेश शर्मा ) ! हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ-आर हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने कहा कि वन रैंक-वन पेंशन स्कीम की विसंगतियों को दुरुस्त करने में किसी भी राजनीतिक दल द्वारा दिलचस्पी न दिखाए जाने से पूर्व सैनिक खफा हो गए हैं पूर्व सैनिकों ने निर्णय लिया है कि इस बार सभी राजनीतिक दलों का लोकसभा चुनाव में विरोध किया जाएगा बता दें कि प्रदेश से लगभग सवा लाख*के लगभग सेवार्थ सैनिक हैं जबकि160 000 के लगभग पूर्व सैनिक हैं पूर्व सैनिकों के साथ उनके परिवारों को मिलाकर सहस्त्र सेनाओं के कर्मियों की संख्या काफी अधिक हो जाती है तथा ये सब चुनाव में किसी भी पार्टी को एक होकर प्रभावित कर सकते हैं लेकिन पूर्व सैनिक इस बात से खफा कि सरकार द्वारा दिया गया वन रैंक वन पेंशन का लाभ उनको नहीं मिल पाया है।इ इस संदर्भ में संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन (जे.सी. ओ. एवं ओ.आर.) के प्रदेशाध्यक्ष वैटरन कैप्टन जगदीश वर्मा,हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ-आर हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन हेतराम मंडी और महासचिव वैटरन लेफ्टिनेंट रमेश तपवाल ने कहा कि पूरे देश के पूर्व सैनिक 20 फरवरी, 2023 से भूख हड़ताल, रैलियां तथा कई प्रकार के ज्ञापन सरकार को देकर मांग उठा चुके हैं कि उनको एक रैंक एक पैंशन सही रूप में नहीं मिला है उन्होंने बताया कि अपने संगठन की तरफ से कांग्रेस व भाजपा को एक पत्र लिखकर मांग की थी कि वह एक रैंक एक पैंशन के मुद्दे को गंभीरता से विचार करके अपने चुनाव घोषणा पत्र में जोड़ें, ताकि उन्हें एक रैंक एक पैंशन का लाभ सही रूप में मिल सके, दोनों ही पार्टियों ने अपने लोकसभा चुनाव के चुनाव घोषणा पत्रों में पूर्व सैनिकों के इस मुद्दे को नहीं जोड़ा गया है पूर्व सैनिक चुनाव लड़ेगा तो उसका करेंगे समर्थन *संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन विचार कर रहा है कि पूर्व सैनिक दोनों ही पार्टियों के विरोध में रहेंगे, क्योंकि उनकी मांग को कोई भी पार्टी नहीं सुन रही है। उन्होंने निर्णय लिया कि अगर कोई पूर्व सैनिक चुनाव में भाग लेगा तो संयुक्त मोर्चा उसके पक्ष में रहेगा।
बिलासपुर 17अप्रैल ( राकेश शर्मा ) ! हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ-आर हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने कहा कि वन रैंक-वन पेंशन स्कीम की विसंगतियों को दुरुस्त करने में किसी भी राजनीतिक दल द्वारा दिलचस्पी न दिखाए जाने से पूर्व सैनिक खफा हो गए हैं पूर्व सैनिकों ने निर्णय लिया है कि इस बार सभी राजनीतिक दलों का लोकसभा चुनाव में विरोध किया जाएगा बता दें कि प्रदेश से लगभग सवा लाख*के लगभग सेवार्थ सैनिक हैं जबकि160 000 के लगभग पूर्व सैनिक हैं पूर्व सैनिकों के साथ उनके परिवारों को मिलाकर सहस्त्र सेनाओं के कर्मियों की संख्या काफी अधिक हो जाती है तथा ये सब चुनाव में किसी भी पार्टी को एक होकर प्रभावित कर सकते हैं लेकिन पूर्व सैनिक इस बात से खफा कि सरकार द्वारा दिया गया वन रैंक वन पेंशन का लाभ उनको नहीं मिल पाया है।इ
इस संदर्भ में संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन (जे.सी. ओ. एवं ओ.आर.) के प्रदेशाध्यक्ष वैटरन कैप्टन जगदीश वर्मा,हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन जेसीओ ओ-आर हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन हेतराम मंडी और महासचिव वैटरन लेफ्टिनेंट रमेश तपवाल ने कहा कि पूरे देश के पूर्व सैनिक 20 फरवरी, 2023 से भूख हड़ताल, रैलियां तथा कई प्रकार के ज्ञापन सरकार को देकर मांग उठा चुके हैं कि उनको एक रैंक एक पैंशन सही रूप में नहीं मिला है उन्होंने बताया कि अपने संगठन की तरफ से कांग्रेस व भाजपा को एक पत्र लिखकर मांग की थी कि वह एक रैंक एक पैंशन के मुद्दे को गंभीरता से विचार करके अपने चुनाव घोषणा पत्र में जोड़ें, ताकि उन्हें एक रैंक एक पैंशन का लाभ सही रूप में मिल सके, दोनों ही पार्टियों ने अपने लोकसभा चुनाव के चुनाव घोषणा पत्रों में पूर्व सैनिकों के इस मुद्दे को नहीं जोड़ा गया है
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
पूर्व सैनिक चुनाव लड़ेगा तो उसका करेंगे समर्थन *संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन विचार कर रहा है कि पूर्व सैनिक दोनों ही पार्टियों के विरोध में रहेंगे, क्योंकि उनकी मांग को कोई भी पार्टी नहीं सुन रही है। उन्होंने निर्णय लिया कि अगर कोई पूर्व सैनिक चुनाव में भाग लेगा तो संयुक्त मोर्चा उसके पक्ष में रहेगा।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -