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बिलासपुर , 20 मार्च [ राकेश शर्मा ] ! पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना को लेकर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर बार चुनाव के समय लोगों को ठगने का ही काम किया है। हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान भी महिलाओं से इसी योजना के नाम पर फार्म भरवाए गए थे। वे फार्म कहां हैं, इसका किसी को पता नहीं है। अब लोकसभा की चुनावी बेला में बजट का प्रावधान किए बगैर एक बार फिर से महिलाओं से वही फार्म भरवाकर उन्हें ठगने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। महिलाएं पूरी तरह से जागरूक हैं। वे अब किसी झांसे में आने वाली नहीं हैं। राजेंद्र गर्ग ने कहा कि कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए भोली-भाली जनता को ठगने से कोई गुरेज नहीं करती है। विधानसभा चुनाव के समय उसने दस गारंटियों का झुनझुना थमाकर अपना स्वार्थ पूरा कर लिया था। सवा साल तक इन गारंटियों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए। अब लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस को महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने की गारंटी याद आ गई। चुनाव से ठीक पहले इसके लिए स्कीम लाॅंच कर दी गई। यदि कांग्रेस सरकार की नीयत ठीक होती तो वह बजट में इसके लिए प्रावधान करती। चुनाव से ठीक पहले उसने बजट का प्रावधान किए बगैर आनन-फानन में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि स्कीम लाॅंच कर दी। बजट के बिना इसके लिए 800 करोड़ रुपये कहां से आएंगे, यह न तो मुख्यमंत्री और न ही उनके सलाहकार बता रहे हैं। जाहिर है कि कांग्रेस की नीयत में खोट है। राजेंद्र गर्ग ने कहा कि भाजपा के आपत्ति जताने पर इस तथाकथित योजना के फार्म से मुख्यमंत्री और इंदिरा गांधी के फोटो हटा दिए गए हैं, लेकिन फार्म भरवाने का सिलसिला जारी है। हालांकि महिलाएं जागरूक हैं। वे बखूबी समझ रही हैं कि कांग्रेस सरकार ने केवल चुनावी लाभ लेने के लिए यह चाल चली है। इससे चिंतित कांग्रेस ने एक और हथकंडा अपनाया है। इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के माध्यम से महिलाओं को फार्म भरने के लिए गाड़ियों में लोकमित्र केंद्रों और सरकारी कार्यालयों में ले जाया जा रहा है। उन्हें यह डर भी दिखाया जा रहा है कि यदि उन्होंने अभी फार्म नहीं भरे तो वे प्रतिमाह 1500 रुपये से वंचित रह जाएंगी। चुनाव आयोग को इस सुनियोजित ठगी पर तुरंत प्रभाव से रोक लगानी चाहिए।
बिलासपुर , 20 मार्च [ राकेश शर्मा ] ! पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना को लेकर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर बार चुनाव के समय लोगों को ठगने का ही काम किया है।
हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान भी महिलाओं से इसी योजना के नाम पर फार्म भरवाए गए थे। वे फार्म कहां हैं, इसका किसी को पता नहीं है। अब लोकसभा की चुनावी बेला में बजट का प्रावधान किए बगैर एक बार फिर से महिलाओं से वही फार्म भरवाकर उन्हें ठगने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। महिलाएं पूरी तरह से जागरूक हैं। वे अब किसी झांसे में आने वाली नहीं हैं।
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राजेंद्र गर्ग ने कहा कि कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए भोली-भाली जनता को ठगने से कोई गुरेज नहीं करती है। विधानसभा चुनाव के समय उसने दस गारंटियों का झुनझुना थमाकर अपना स्वार्थ पूरा कर लिया था। सवा साल तक इन गारंटियों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए।
अब लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस को महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने की गारंटी याद आ गई। चुनाव से ठीक पहले इसके लिए स्कीम लाॅंच कर दी गई। यदि कांग्रेस सरकार की नीयत ठीक होती तो वह बजट में इसके लिए प्रावधान करती।
चुनाव से ठीक पहले उसने बजट का प्रावधान किए बगैर आनन-फानन में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि स्कीम लाॅंच कर दी। बजट के बिना इसके लिए 800 करोड़ रुपये कहां से आएंगे, यह न तो मुख्यमंत्री और न ही उनके सलाहकार बता रहे हैं। जाहिर है कि कांग्रेस की नीयत में खोट है।
राजेंद्र गर्ग ने कहा कि भाजपा के आपत्ति जताने पर इस तथाकथित योजना के फार्म से मुख्यमंत्री और इंदिरा गांधी के फोटो हटा दिए गए हैं, लेकिन फार्म भरवाने का सिलसिला जारी है।
हालांकि महिलाएं जागरूक हैं। वे बखूबी समझ रही हैं कि कांग्रेस सरकार ने केवल चुनावी लाभ लेने के लिए यह चाल चली है। इससे चिंतित कांग्रेस ने एक और हथकंडा अपनाया है। इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं के माध्यम से महिलाओं को फार्म भरने के लिए गाड़ियों में लोकमित्र केंद्रों और सरकारी कार्यालयों में ले जाया जा रहा है।
उन्हें यह डर भी दिखाया जा रहा है कि यदि उन्होंने अभी फार्म नहीं भरे तो वे प्रतिमाह 1500 रुपये से वंचित रह जाएंगी। चुनाव आयोग को इस सुनियोजित ठगी पर तुरंत प्रभाव से रोक लगानी चाहिए।
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