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बद्दी ! राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुल्लरवाला में नशा निवारण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के अध्यापकों के साथ साथ स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में हिमालया एनजीओ के संयोजक रणेश राणा ने भाग लिया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता ने की। रणेश राणा ने कहा कि नशा सिर्फ वो ही नहीं है जो हम शरीर से लेते हैं बल्कि हर वो चीज नशा ही है जिसके बिना हम नहीं रह सकते। चाहे वो नींद हो या अपने काम देर से करना या कोई भोग विलासिता की वस्तु जो हमारे जहन में हावी हो। उन्होने कहा कि भारत में जो सबसे ज्यादा नशा किया जाता है वो है शराब जिसने कई घर व जिंदगियां तबाह कर दिए और कई परिवारों का अस्तित्व ही मिटा दिया। इसके बाद आजकल सर्वाधिक चर्चित व मंहगा नशा है जो कि चिटटे के नाम से जाना जाता है यानि सिंथेटिक ड्रग। यह नशा कैमीकल से बनाया जाता है और विशेषकर अमीर लोगों व युवाओं में प्रचारित प्रसारित किया जाता है। उन्होने कहा कि समस्त स्कूल अपने बच्चों पर निगाह रखें और एसएमसी कमेटी ग्राम पंचायतों से मिलकर इस सामाजिक बुराई को दूर करने के लिए प्रयास करें। नशे के तस्कर पहले तो युवाओं व छात्रों को निशुल्क नशा देते हैं जब उसकी लत लग जाती है तो युवा घरों से चोरियां करने से भी गुरेज नहीं करते। कई युवा तो ओवरडोज से मौत का शिकार भी हो जाते हैं। रणेश राणा ने कहा कि अगर कोई भी संदिगध व्यक्ति नशा बेचता दिखता है तो तुरंत उसकी सूचना पुलिस को दी जानी चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता ने कहा कि गुल्लरवाला स्कूल हर दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। नशे के विरुद्व हम समय समय पर जागरुकता अभियान चलाते हैं तथा छात्रों व समाज को जागरुक करते हैं। उन्होने कहा कि अकेले कोई कुछ नहीं कर सकता बल्कि हम सब मिलकर ही इस सामाजिक बुराई का समूल नाश कर सकते हैं। सरकार व पुलिस भी तभी काम करती है जब हम लोग उनको समय समय समय पर गलत कार्य करने वालों की सूचनाएं देंगे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता के अलावा उपप्रधानाचार्य विजय डोगरा, एसएमसी अध्यक्ष गुरचरण सिंह समेत प्राध्यापक ध्यान सिंह व देवेंद्र कुमार सहित कई अध्यापक उपस्थित थे।
बद्दी ! राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुल्लरवाला में नशा निवारण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के अध्यापकों के साथ साथ स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में हिमालया एनजीओ के संयोजक रणेश राणा ने भाग लिया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता ने की। रणेश राणा ने कहा कि नशा सिर्फ वो ही नहीं है जो हम शरीर से लेते हैं बल्कि हर वो चीज नशा ही है जिसके बिना हम नहीं रह सकते। चाहे वो नींद हो या अपने काम देर से करना या कोई भोग विलासिता की वस्तु जो हमारे जहन में हावी हो।
उन्होने कहा कि भारत में जो सबसे ज्यादा नशा किया जाता है वो है शराब जिसने कई घर व जिंदगियां तबाह कर दिए और कई परिवारों का अस्तित्व ही मिटा दिया। इसके बाद आजकल सर्वाधिक चर्चित व मंहगा नशा है जो कि चिटटे के नाम से जाना जाता है यानि सिंथेटिक ड्रग। यह नशा कैमीकल से बनाया जाता है और विशेषकर अमीर लोगों व युवाओं में प्रचारित प्रसारित किया जाता है। उन्होने कहा कि समस्त स्कूल अपने बच्चों पर निगाह रखें और एसएमसी कमेटी ग्राम पंचायतों से मिलकर इस सामाजिक बुराई को दूर करने के लिए प्रयास करें। नशे के तस्कर पहले तो युवाओं व छात्रों को निशुल्क नशा देते हैं जब उसकी लत लग जाती है तो युवा घरों से चोरियां करने से भी गुरेज नहीं करते।
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कई युवा तो ओवरडोज से मौत का शिकार भी हो जाते हैं। रणेश राणा ने कहा कि अगर कोई भी संदिगध व्यक्ति नशा बेचता दिखता है तो तुरंत उसकी सूचना पुलिस को दी जानी चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता ने कहा कि गुल्लरवाला स्कूल हर दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। नशे के विरुद्व हम समय समय पर जागरुकता अभियान चलाते हैं तथा छात्रों व समाज को जागरुक करते हैं। उन्होने कहा कि अकेले कोई कुछ नहीं कर सकता बल्कि हम सब मिलकर ही इस सामाजिक बुराई का समूल नाश कर सकते हैं। सरकार व पुलिस भी तभी काम करती है जब हम लोग उनको समय समय समय पर गलत कार्य करने वालों की सूचनाएं देंगे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुमन गुप्ता के अलावा उपप्रधानाचार्य विजय डोगरा, एसएमसी अध्यक्ष गुरचरण सिंह समेत प्राध्यापक ध्यान सिंह व देवेंद्र कुमार सहित कई अध्यापक उपस्थित थे।
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