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बद्दी ! दून विधानसभा क्षेत्र में सरकार के साढ़े तीन साल बाद भी समग्र विकास न होने पर महलोग विकास सभा ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सभा का कहना है कि प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला दून विस आज भी विकास से वंचित क्यो हैं। पहाड के लोग पेयजल को लेकर त्राहि त्राहि कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। दून को उसका हक क्यों नहीं मिला जबकि यहां पर सरकार के अलावा तीन तीन इंजन कार्य कर रहे हैं लेकिन वो अपने ही तक क्यों सिमटे रहे गए। प्रेस वार्ता के दौरान महलोग सभा के अध्यक्ष बी.आर वर्मा, उपाध्यक्ष चौधरीभगवान दास ने कहा कि न ही दून में एसडीएम कार्यालय खुला तथा न ही बीडीओ कार्यालय खोला गया। और न ही पटटा महलोग को उपतहसील का दर्जा मिला है। महलोग सभा के महामंत्री किशोर ठाकुर ने कहा कि सरकार तो दून के विकास का लेकर सोई हुई है साथ में जनप्रतिनिधि भी सुख की नींद में लिप्त है। चार बजट आ चुके हैं लेकिन फिर भी दून का पहाडी क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। आज दून विधानसभा क्षेत्र जिसमें सबसे ज्यादा उद्योग समाए हैं वो विकास में पिछडा नजर आता है। आलम यह है कि यहां के लोगों को आज भी अपने काम करवाने के लिए कसौली कोर्ट व धर्मपुर विकास खंड जाना पडता है। बीजेपी ने वायदा किया था कि हम सत्ता में आते ही एसडीएम व बीडीओ कार्यालय खोलेंगे लेकिन वो अपने वायदे भूल चुके हैं। इसके अलावा साढे तीन साल में पहाडी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी राजनीति ही हुई है न तो दून के पहाडी क्षेत्र में कोई उद्योग लगा और न ही यहां के बेरोजगारों को स्थानीय कारखानों में रोजगार मिला। आज भी दून के युवा अन्य राज्यों में काम पर जाने को मजबूर हैं। बददी हमारा केंद्र बिंदू है लेकिन न्यायिक कार्यों के लिए हमें आज भी 70 किलो मीटर दूर कसौली जाना पडता है। बददी में सबसे ज्यादा क्राईम है तो जयराम सरकार यहां पर सिविल कोर्ट क्यों नहीं खोल देती। पटटा में खुले उपतहसील - महलोग सभा के पदाधिकारियों ने कहा कि पटटा एक दर्जन से ज्यादा पंचायतों का केंद्र बिंदू है और हमारी प्राचीन रियासत व व्यापारिक केंद्र है लेकिन सरकारों ने इसकी अनदेखी ही की है। आज तक यहां पर उपतहसील नहीं खोली गई और भाजपा ने भी पहाडी लोगों के हितों से खिलवाड किया है। जब सराज हमीरपुर, मंडी व रोहडू क्षेत्रों में जरुरत पडने पर उपतहसीलें खोली गई तो हमारा नंबर क्यों नहीं आया। आज भी एक छोटा सा काम करवाने के लिए हमें कुठाड या बददी तहसील जाना पडता है। नालागढ को बनाया जाये जिला - भगवान दास चौधरी ने कहा कि हमीरपुर ऊना की आबादी साढे चार-चार लाख है तो वो जिला बन सकता है लेकिन पांच लाख की आबादी वाला बीबीएन जिला क्यों नहीं बन सकता। यह सवाल पूरा दून पूछता है। क्या यहां के सियासतदान सिर्फ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को यशस्वी यशस्वी पुकार कर अपना टाईम पूरा कर रहे हैं। आज भी पार्टी को विकास से ज्यादा पुण्य तिथि जयंती व स्थापना दिवसों की पडी है और विकास पर कोई बात नहीं करता कि कृपा कहां रुकी हुई है। दून में लोगों ने कांग्रेस को हटाकर भाजपा लाई थी और शिमला में कमल की सरकार बनी थी। इसके बाद दून विस को दो चेयरमैन भी मिले लेकिन फिर भी अगर डबल इंजन की सरकार होने पर विकास नहीं हो रहा तो ऐसे इंजन किस काम के। बरोटीवाला-बनलगी रोड जल्द बने नेशनल हाईवे- महलोग सभा के पदाधिकारियों ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि बनलगी में 30 वर्षों से लंबित पडी उद्योग विभाग की 6सौ बीघा जमीन पर उद्योग स्थापित करने के लिए सबसे पहले बरोटीवाला-बनलगी सडक को डबल लेन करे। जोकि 2017 में केन्द्र सरकार ने इसकी डीपीआर तैयार करने की मांग उठाई थी लेकिन यहां की निकम्मी सरकारों तथा उनके ढुलमुल रवैये के कारण यह डीपीआर आज तक नहीं बन पाई है। इसके इलावा उद्योग की जमीन पर उद्योग स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार टैैक्स में विशेष छूट का प्रावधान करे जिससे नये इन्वैस्टर यहां पर अपने कारखाने स्थापित कर सकें। इसके इलावा पहाडी क्षेत्र के बच्चों की उच्च शिक्षा की पढाई के लिए जल्द से जल्द यहां पर कालेज खोला जाये जिससे यहां के बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित न रहना पडे। इस अवसर पर बीडीसी सदस्य रामतरन चौधरी, संस्था के प्रधान बीआर वर्मा, भगवान दास चौधरी, अमेर सिंह ठाकुर, कैप्टन दिलाराम, देवीदत राजू, एसआर भारद्वाज, बलदेव सिंह आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
बद्दी ! दून विधानसभा क्षेत्र में सरकार के साढ़े तीन साल बाद भी समग्र विकास न होने पर महलोग विकास सभा ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सभा का कहना है कि प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला दून विस आज भी विकास से वंचित क्यो हैं। पहाड के लोग पेयजल को लेकर त्राहि त्राहि कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। दून को उसका हक क्यों नहीं मिला जबकि यहां पर सरकार के अलावा तीन तीन इंजन कार्य कर रहे हैं लेकिन वो अपने ही तक क्यों सिमटे रहे गए। प्रेस वार्ता के दौरान महलोग सभा के अध्यक्ष बी.आर वर्मा, उपाध्यक्ष चौधरीभगवान दास ने कहा कि न ही दून में एसडीएम कार्यालय खुला तथा न ही बीडीओ कार्यालय खोला गया। और न ही पटटा महलोग को उपतहसील का दर्जा मिला है।
महलोग सभा के महामंत्री किशोर ठाकुर ने कहा कि सरकार तो दून के विकास का लेकर सोई हुई है साथ में जनप्रतिनिधि भी सुख की नींद में लिप्त है। चार बजट आ चुके हैं लेकिन फिर भी दून का पहाडी क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। आज दून विधानसभा क्षेत्र जिसमें सबसे ज्यादा उद्योग समाए हैं वो विकास में पिछडा नजर आता है। आलम यह है कि यहां के लोगों को आज भी अपने काम करवाने के लिए कसौली कोर्ट व धर्मपुर विकास खंड जाना पडता है। बीजेपी ने वायदा किया था कि हम सत्ता में आते ही एसडीएम व बीडीओ कार्यालय खोलेंगे लेकिन वो अपने वायदे भूल चुके हैं।
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इसके अलावा साढे तीन साल में पहाडी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी राजनीति ही हुई है न तो दून के पहाडी क्षेत्र में कोई उद्योग लगा और न ही यहां के बेरोजगारों को स्थानीय कारखानों में रोजगार मिला। आज भी दून के युवा अन्य राज्यों में काम पर जाने को मजबूर हैं। बददी हमारा केंद्र बिंदू है लेकिन न्यायिक कार्यों के लिए हमें आज भी 70 किलो मीटर दूर कसौली जाना पडता है। बददी में सबसे ज्यादा क्राईम है तो जयराम सरकार यहां पर सिविल कोर्ट क्यों नहीं खोल देती।
महलोग सभा के पदाधिकारियों ने कहा कि पटटा एक दर्जन से ज्यादा पंचायतों का केंद्र बिंदू है और हमारी प्राचीन रियासत व व्यापारिक केंद्र है लेकिन सरकारों ने इसकी अनदेखी ही की है। आज तक यहां पर उपतहसील नहीं खोली गई और भाजपा ने भी पहाडी लोगों के हितों से खिलवाड किया है। जब सराज हमीरपुर, मंडी व रोहडू क्षेत्रों में जरुरत पडने पर उपतहसीलें खोली गई तो हमारा नंबर क्यों नहीं आया। आज भी एक छोटा सा काम करवाने के लिए हमें कुठाड या बददी तहसील जाना पडता है।
भगवान दास चौधरी ने कहा कि हमीरपुर ऊना की आबादी साढे चार-चार लाख है तो वो जिला बन सकता है लेकिन पांच लाख की आबादी वाला बीबीएन जिला क्यों नहीं बन सकता। यह सवाल पूरा दून पूछता है। क्या यहां के सियासतदान सिर्फ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को यशस्वी यशस्वी पुकार कर अपना टाईम पूरा कर रहे हैं। आज भी पार्टी को विकास से ज्यादा पुण्य तिथि जयंती व स्थापना दिवसों की पडी है और विकास पर कोई बात नहीं करता कि कृपा कहां रुकी हुई है। दून में लोगों ने कांग्रेस को हटाकर भाजपा लाई थी और शिमला में कमल की सरकार बनी थी। इसके बाद दून विस को दो चेयरमैन भी मिले लेकिन फिर भी अगर डबल इंजन की सरकार होने पर विकास नहीं हो रहा तो ऐसे इंजन किस काम के।
महलोग सभा के पदाधिकारियों ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि बनलगी में 30 वर्षों से लंबित पडी उद्योग विभाग की 6सौ बीघा जमीन पर उद्योग स्थापित करने के लिए सबसे पहले बरोटीवाला-बनलगी सडक को डबल लेन करे। जोकि 2017 में केन्द्र सरकार ने इसकी डीपीआर तैयार करने की मांग उठाई थी लेकिन यहां की निकम्मी सरकारों तथा उनके ढुलमुल रवैये के कारण यह डीपीआर आज तक नहीं बन पाई है। इसके इलावा उद्योग की जमीन पर उद्योग स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार टैैक्स में विशेष छूट का प्रावधान करे जिससे नये इन्वैस्टर यहां पर अपने कारखाने स्थापित कर सकें। इसके इलावा पहाडी क्षेत्र के बच्चों की उच्च शिक्षा की पढाई के लिए जल्द से जल्द यहां पर कालेज खोला जाये जिससे यहां के बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित न रहना पडे। इस अवसर पर बीडीसी सदस्य रामतरन चौधरी, संस्था के प्रधान बीआर वर्मा, भगवान दास चौधरी, अमेर सिंह ठाकुर, कैप्टन दिलाराम, देवीदत राजू, एसआर भारद्वाज, बलदेव सिंह आदि अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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