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बद्दी ! औद्योगिक क्षेत्र बद्दी स्थित कनोक्स लाइफ साइंस कंपनी में ठेकेदार के पास कार्यरत कामगारों को ईएसआईसी व ईपीएफ फंड नहीं कट रहा है। कामगार इस समस्या को लेकर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व ईएसआईसी के सदस्य बबलू पंडित से मिले। इंटक के पदाधिकारियों ने कामगारों की समस्या को कर्मचारी बीमा निगम के उपनिदेशक के समक्ष उठाया। निगम के अधिकारियों ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। कंपनी के ठेकेदार के पास कार्यरत कामगार राम प्रताप ने बताया कि वह कंपनी के ठेकेदार के पास पिछले एक साल से कार्यरत है। इसके अलावा सौ कामगार अन्य ठेकेदार के पास काम करते है लेकिन किसी भी कामगार का ईएसआईसी व ईपीएफ फंड नहीं कट रहा है। जिससे कामगारों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं नहीं मिल रही है। जब उन्होंने इस बारे में आवाज उठाई तो उसे बिना किसी सूचना व नोटिस के कंपनी से बाहर कर दिया गया। जिससे अब उसके सामने रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई है। इंटक के जिला अध्यक्ष अभय सोनी व बीबीएन इकाई के सचिव अजय कोहली इस संबंध में कंपनी के संचालकों से मिले तथा बिना कारण कामगार को बाहर करने का कारण पूछा। जिस पर कंपनी कोई भी स्टीक जवाब नहीं दे पाई। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कामगारों के साथ ऐसा ही अत्याचार होता रहा तो उसे इंटक किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। वहीं बाद में इंटक के जिला अध्यक्ष व बीबीएन इकाई के सचिव कर्मचारी बीमा निगम के उपनिदेशक पीवी गुंरग से मिले। प्रतिनिधिमंडल ने उपनिदेशक को बताया कि ठेकेदार का पास कार्यरत कामगारों को ईएसआई अंशदान नहीं कट रहा है जिससे कामगारों को कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है। उपनिदेशक ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
बद्दी ! औद्योगिक क्षेत्र बद्दी स्थित कनोक्स लाइफ साइंस कंपनी में ठेकेदार के पास कार्यरत कामगारों को ईएसआईसी व ईपीएफ फंड नहीं कट रहा है। कामगार इस समस्या को लेकर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष व ईएसआईसी के सदस्य बबलू पंडित से मिले। इंटक के पदाधिकारियों ने कामगारों की समस्या को कर्मचारी बीमा निगम के उपनिदेशक के समक्ष उठाया। निगम के अधिकारियों ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
कंपनी के ठेकेदार के पास कार्यरत कामगार राम प्रताप ने बताया कि वह कंपनी के ठेकेदार के पास पिछले एक साल से कार्यरत है। इसके अलावा सौ कामगार अन्य ठेकेदार के पास काम करते है लेकिन किसी भी कामगार का ईएसआईसी व ईपीएफ फंड नहीं कट रहा है। जिससे कामगारों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं नहीं मिल रही है। जब उन्होंने इस बारे में आवाज उठाई तो उसे बिना किसी सूचना व नोटिस के कंपनी से बाहर कर दिया गया। जिससे अब उसके सामने रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई है।
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इंटक के जिला अध्यक्ष अभय सोनी व बीबीएन इकाई के सचिव अजय कोहली इस संबंध में कंपनी के संचालकों से मिले तथा बिना कारण कामगार को बाहर करने का कारण पूछा। जिस पर कंपनी कोई भी स्टीक जवाब नहीं दे पाई। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कामगारों के साथ ऐसा ही अत्याचार होता रहा तो उसे इंटक किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। वहीं बाद में इंटक के जिला अध्यक्ष व बीबीएन इकाई के सचिव कर्मचारी बीमा निगम के उपनिदेशक पीवी गुंरग से मिले। प्रतिनिधिमंडल ने उपनिदेशक को बताया कि ठेकेदार का पास कार्यरत कामगारों को ईएसआई अंशदान नहीं कट रहा है जिससे कामगारों को कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है। उपनिदेशक ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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