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बद्दी ! ई.एस.आई.सी. डिस्पैंसरी बरोटीवाला में तैनात डाक्टर महावीर सिंह चौहान न केबल अपनी डिस्पेंसरी में करोना मरीजों के टेस्ट करवा रहे हैं बल्कि डिस्पेंसरी में हर रोज अन्य बीमारियों से पीडि़त 200 से ज्यादा लोगों को इलाज कर रहे हैं। बतौर प्रभारी इन्होंने यहां योजनावद्ध तरीके से सारा काम किया हुआ है। ओ.पी.डी. , दवाई वितरण, करोना टेस्ट के लिए अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की हुई है ताकि करोना मरीजों के साथ-साथ ई.एस.आई. में पंजीकृत सभी कामगारेां का भी इलाज हो सके व उन्हें करोना महामारी से भी बचाया जा सके। उनके स्टाफ में भी कुछ लोग करोना पोजिटिव आ चुके हैं व भविष्य में उन्हें इस महामारी से बचाने के लिए बाहरी लोगेां को डिस्पेंसरी से बाहर ही रखा जाता है। करोना की पहली लहर के दौरान भी डाक्टर महावीर चौहान ने एक योद्धा की तरह दिन रात अपनी सेवाएं दी है व दूसरी लहर में भी जहां हर रोज दर्जनों करोना कामगारों की टेस्टिंग हो रही है व उनका इलाज हो रहा है वहीं डिस्पेंसरी में हर रोज आने वाले 200 से ज्यादा मरीजेां क ो भी स्वास्थय सेवाएं मुहेया करवाई जा रही है। डाक्टर महावीर चौहान ने बताया कि इस बीमारी से बचने का एक मात्र रास्ता मास्क व सेनीटाईजर के प्रयोग के साथ-साथ उचित दूरी बनाना है। उन्हेांने कहा कि अभी भी ज्यादातर लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसके चलते यह बीमारी बढ़ रही है।
बद्दी ! ई.एस.आई.सी. डिस्पैंसरी बरोटीवाला में तैनात डाक्टर महावीर सिंह चौहान न केबल अपनी डिस्पेंसरी में करोना मरीजों के टेस्ट करवा रहे हैं बल्कि डिस्पेंसरी में हर रोज अन्य बीमारियों से पीडि़त 200 से ज्यादा लोगों को इलाज कर रहे हैं। बतौर प्रभारी इन्होंने यहां योजनावद्ध तरीके से सारा काम किया हुआ है। ओ.पी.डी. , दवाई वितरण, करोना टेस्ट के लिए अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की हुई है ताकि करोना मरीजों के साथ-साथ ई.एस.आई. में पंजीकृत सभी कामगारेां का भी इलाज हो सके व उन्हें करोना महामारी से भी बचाया जा सके। उनके स्टाफ में भी कुछ लोग करोना पोजिटिव आ चुके हैं व भविष्य में उन्हें इस महामारी से बचाने के लिए बाहरी लोगेां को डिस्पेंसरी से बाहर ही रखा जाता है। करोना की पहली लहर के दौरान भी डाक्टर महावीर चौहान ने एक योद्धा की तरह दिन रात अपनी सेवाएं दी है व दूसरी लहर में भी जहां हर रोज दर्जनों करोना कामगारों की टेस्टिंग हो रही है व उनका इलाज हो रहा है वहीं डिस्पेंसरी में हर रोज आने वाले 200 से ज्यादा मरीजेां क ो भी स्वास्थय सेवाएं मुहेया करवाई जा रही है। डाक्टर महावीर चौहान ने बताया कि इस बीमारी से बचने का एक मात्र रास्ता मास्क व सेनीटाईजर के प्रयोग के साथ-साथ उचित दूरी बनाना है। उन्हेांने कहा कि अभी भी ज्यादातर लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसके चलते यह बीमारी बढ़ रही है।
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