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डलहौजी , 04 जनवरी [ सुभाष महाजन ] ! पर्यटन नगरी डलहौजी में एक घायल बंदर को मंगलवार देर रात वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकलने में सफलता हासिल की है। इसके लिए वन विभाग की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी और 2 घंटे चले रेस्क्यू के बाद उसे सुरक्षित निकाला। स्थानीय लोगों की सुचना पर वन विभाग को सुचना मिली कि गाँधी चौक के समीप एक बंदर पर कुत्तों के झुंड ने हमला का बुरी तरह घायल कर दिया है। मामले की सुचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पंहुची रेस्क्यू अभियान की अगुवाई स्वयं डीएफओ डलहौजी कमल भारती ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम में शामिल आरओ राहुल, बीओ अनिल, वन रक्षक राज कुमार , वन कर्मी कुलदीप और पवन ने बंदर को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने पेड़ पर बैठे घायल बंदर को खाने की सामग्री फल , आदि देकर फ्रेंडली बिहेवियर के माध्यम से काफी मशक्कत के बाद करीब दो घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर डंडे में रस्सी के बने गोले में फंसाकर और सुरक्षित बाहर निकाला। अब बंदर का आवशयक उपचार कराने के पश्चात उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा लिहाजा वन विभाग की त्वरित कार्रवाई कर वन विभाग के सक्रिय अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने एक बेजुबान को जीवन दान दिया है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
डलहौजी , 04 जनवरी [ सुभाष महाजन ] ! पर्यटन नगरी डलहौजी में एक घायल बंदर को मंगलवार देर रात वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकलने में सफलता हासिल की है। इसके लिए वन विभाग की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी और 2 घंटे चले रेस्क्यू के बाद उसे सुरक्षित निकाला।
स्थानीय लोगों की सुचना पर वन विभाग को सुचना मिली कि गाँधी चौक के समीप एक बंदर पर कुत्तों के झुंड ने हमला का बुरी तरह घायल कर दिया है। मामले की सुचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पंहुची रेस्क्यू अभियान की अगुवाई स्वयं डीएफओ डलहौजी कमल भारती ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम में शामिल आरओ राहुल, बीओ अनिल, वन रक्षक राज कुमार , वन कर्मी कुलदीप और पवन ने बंदर को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई है।
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उन्होंने पेड़ पर बैठे घायल बंदर को खाने की सामग्री फल , आदि देकर फ्रेंडली बिहेवियर के माध्यम से काफी मशक्कत के बाद करीब दो घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर डंडे में रस्सी के बने गोले में फंसाकर और सुरक्षित बाहर निकाला।
अब बंदर का आवशयक उपचार कराने के पश्चात उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा लिहाजा वन विभाग की त्वरित कार्रवाई कर वन विभाग के सक्रिय अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने एक बेजुबान को जीवन दान दिया है।
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