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चम्बा ! सीटू ने आज पूरे देश में अपना 51 वां स्थापना दिवस मनाया । सीटू जिला कमेटी चंबा एवं सीटू से जुड़ी सभी यूनियनों नेअपने कार्यालयों व कार्य स्थलों पर सीटू का झंडा फहरा कर सीटू का स्थापना दिवस मनाया। सीटू की स्थापना 30 मई 1970 को हुई थी। स्थापना के समय में सीटू ने देश के मजदूरों को एकता और संघर्ष का नारा दिया था । उस समय से सीटू मजदूर जमात के शोषण के खिलाफ लड़ाई को बुलंद करता आया है। सीटू का उद्देश्य इस समाज से इस शोषणकारी पूंजीवादी व्यवस्था को बदल कर शोषण विहीन समाज की स्थापना करना है। जिसके चलते सीटू ना केवल मजदूरों की आर्थिक मांगों को लेकर ही संघर्ष करता है बल्कि मजदूरों में यह भी चेतना का विस्तार करता है कि बिना इस व्यवस्था को बदले शोषण विहीन समाज की स्थापनानहीं की जा सकती जहां हर व्यक्ति को बराबर के अधिकार मिले । सीटू का मानना है की इस देश के मेहनतकश को अपनी हक हकूक की लड़ाई के साथ-साथ यह जिम्मेदारी भी लेनी होगी । पिछले कई वर्षों से सीटू स्वयं व अन्य ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर मजदूरों के हकों की लड़ाई को मजबूत करता आया है और इस बात को सुनिश्चित करते हुए कि मजदूरों को उनके हक हकूक मिले।परंतु इस देश के अंदर सत्ता में बैठी सरकार बड़े बड़े पूंजीपतियों उद्योगपतियों के साथ है जिसके चलते मजदूर वर्ग के लिए जो नीतियां सरकार को बनानी चाहिए वह सरकार पूंजी पतियों के पक्ष में नीतियां बना रही है । सरकार ने बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मजदूरों ने असंख्य कुर्बानियां देकर जो अधिकार प्राप्त किए थे उनको खत्म करके पूंजी पतियों के पक्ष में कानून को बनाया है और चार लेबर कोड में सारे कानूनों को समाहित किया है । इस देश का मजदूर सरकार से लंबे समय से इन कानूनों को ना बदलने की मांग उठाता रहा परंतु सरकार ने उसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं की। सीटू अपने स्थापना दिवस के अवसर पर यह भारत सरकार से मांग करता है कि इन मजदूर विरोधी चार श्रम कोड़ों को रद्द करें, किसानों के तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले, मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन 4000 दे ,सामाजिक सुरक्षा का प्रावधान करें , सीटू ने इस देश की मेहनत कश आवाम से आवाहन किया है कि यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में संघर्ष का रास्ता अपनाकर लंबी लड़ाई लड़ने की तैयारी मजदूर वर्ग को करनी होगी । इसी के साथ सीटू जिला कमेटी सभी मेहनत कश अवाम को सीटू के स्थापना दिवस पर क्रांतिकारी बधाई देती है।
चम्बा ! सीटू ने आज पूरे देश में अपना 51 वां स्थापना दिवस मनाया । सीटू जिला कमेटी चंबा एवं सीटू से जुड़ी सभी यूनियनों नेअपने कार्यालयों व कार्य स्थलों पर सीटू का झंडा फहरा कर सीटू का स्थापना दिवस मनाया। सीटू की स्थापना 30 मई 1970 को हुई थी। स्थापना के समय में सीटू ने देश के मजदूरों को एकता और संघर्ष का नारा दिया था ।
उस समय से सीटू मजदूर जमात के शोषण के खिलाफ लड़ाई को बुलंद करता आया है। सीटू का उद्देश्य इस समाज से इस शोषणकारी पूंजीवादी व्यवस्था को बदल कर शोषण विहीन समाज की स्थापना करना है। जिसके चलते सीटू ना केवल मजदूरों की आर्थिक मांगों को लेकर ही संघर्ष करता है बल्कि मजदूरों में यह भी चेतना का विस्तार करता है कि बिना इस व्यवस्था को बदले शोषण विहीन समाज की स्थापनानहीं की जा सकती जहां हर व्यक्ति को बराबर के अधिकार मिले ।
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सीटू का मानना है की इस देश के मेहनतकश को अपनी हक हकूक की लड़ाई के साथ-साथ यह जिम्मेदारी भी लेनी होगी । पिछले कई वर्षों से सीटू स्वयं व अन्य ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर मजदूरों के हकों की लड़ाई को मजबूत करता आया है और इस बात को सुनिश्चित करते हुए कि मजदूरों को उनके हक हकूक मिले।परंतु इस देश के अंदर सत्ता में बैठी सरकार बड़े बड़े पूंजीपतियों उद्योगपतियों के साथ है जिसके चलते मजदूर वर्ग के लिए जो नीतियां सरकार को बनानी चाहिए वह सरकार पूंजी पतियों के पक्ष में नीतियां बना रही है ।
सरकार ने बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मजदूरों ने असंख्य कुर्बानियां देकर जो अधिकार प्राप्त किए थे उनको खत्म करके पूंजी पतियों के पक्ष में कानून को बनाया है और चार लेबर कोड में सारे कानूनों को समाहित किया है । इस देश का मजदूर सरकार से लंबे समय से इन कानूनों को ना बदलने की मांग उठाता रहा परंतु सरकार ने उसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं की।
सीटू अपने स्थापना दिवस के अवसर पर यह भारत सरकार से मांग करता है कि इन मजदूर विरोधी चार श्रम कोड़ों को रद्द करें, किसानों के तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले, मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन 4000 दे ,सामाजिक सुरक्षा का प्रावधान करें , सीटू ने इस देश की मेहनत कश आवाम से आवाहन किया है कि यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में संघर्ष का रास्ता अपनाकर लंबी लड़ाई लड़ने की तैयारी मजदूर वर्ग को करनी होगी । इसी के साथ सीटू जिला कमेटी सभी मेहनत कश अवाम को सीटू के स्थापना दिवस पर क्रांतिकारी बधाई देती है।
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