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चम्बा ,13 फरवरी ! उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कहा है कि ज़िला के विभिन्न उपमंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता ज़िला चंबा की लोक कला एवं संस्कृति को अति समृद्ध बनाती है। उपायुक्त भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में अखण्ड चंडी पैलिस दरबार हॉल में आयोजित ज़िला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेते हुए बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि चंबा ज़िला का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने स्थानीय कलाकारों , गीतकारों, साहित्यकारों से पारंपरिक लोकगीतों के संग्रह को जिला भाषा अधिकारी को उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया । ज़िला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सांस्कृतिक दलों के कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि पारंपरिक लोक संस्कृति को संजोए रखे जाना नितांत आवश्यक है, ताकि भावी पीढ़ी भी अपनी इस अनमोल लोक संस्कृति से भली-भांति अवगत रहे । इस दौरान विभिन्न उप मंडलों से 15 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में सहायक सूचना अधिकारी संजय चौहान, वरिष्ठ लोक गायक पीयूष राज और संगीत प्रवक्ता अपर्णा वाली ने अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। प्रतियोगिता में सांस्कृतिक दल सरस्वती कला संगम प्रथम स्थान, सरस्वती संगीत अकादमी चंबा दूसरा स्थान और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणूकोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।उपायुक्त ने प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके साथ शिव शक्ति कला मंच भगईगढ़ तथा चामुंडा सांस्कृतिक दल देवी कोठी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। ज़िला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने उपायुक्त का स्वागत किया और उन्हें शाल- टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। ज़िला भाषा अधिकारी ने कहा कि विभाग इस तरह के कार्यक्रम हर जिले में आयोजित करता है और विभाग का यह भी प्रयास रहता है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ पारंपरिक लोक संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन भी किया जा सके । उन्होंने सभी सांस्कृतिक दलों का आभार भी व्यक्त किया इस अवसर पर जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा,संग्रहालय अध्यक्ष भूरी सिंह नरेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में सांस्कृतिक दलों के कलाकार उपस्थित रहे।
चम्बा ,13 फरवरी ! उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने कहा है कि ज़िला के विभिन्न उपमंडलों में पारंपरिक लोक गायन में विविधता ज़िला चंबा की लोक कला एवं संस्कृति को अति समृद्ध बनाती है।
उपायुक्त भाषा एवं संस्कृति विभाग के तत्वावधान में अखण्ड चंडी पैलिस दरबार हॉल में आयोजित ज़िला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेते हुए बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि चंबा ज़िला का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने स्थानीय कलाकारों , गीतकारों, साहित्यकारों से पारंपरिक लोकगीतों के संग्रह को जिला भाषा अधिकारी को उपलब्ध करवाने का आग्रह भी किया ।
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ज़िला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सांस्कृतिक दलों के कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने इस बात पर बल देते हुए कहा कि पारंपरिक लोक संस्कृति को संजोए रखे जाना नितांत आवश्यक है, ताकि भावी पीढ़ी भी अपनी इस अनमोल लोक संस्कृति से भली-भांति अवगत रहे ।
इस दौरान विभिन्न उप मंडलों से 15 सांस्कृतिक दलों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में सहायक सूचना अधिकारी संजय चौहान, वरिष्ठ लोक गायक पीयूष राज और संगीत प्रवक्ता अपर्णा वाली ने अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
प्रतियोगिता में सांस्कृतिक दल सरस्वती कला संगम प्रथम स्थान, सरस्वती संगीत अकादमी चंबा दूसरा स्थान और गद्दी सांस्कृतिक दल रूणूकोठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।उपायुक्त ने प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इसके साथ शिव शक्ति कला मंच भगईगढ़ तथा चामुंडा सांस्कृतिक दल देवी कोठी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
ज़िला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने उपायुक्त का स्वागत किया और उन्हें शाल- टोपी एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया। ज़िला भाषा अधिकारी ने कहा कि विभाग इस तरह के कार्यक्रम हर जिले में आयोजित करता है और विभाग का यह भी प्रयास रहता है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ पारंपरिक लोक संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन भी किया जा सके ।
उन्होंने सभी सांस्कृतिक दलों का आभार भी व्यक्त किया इस अवसर पर जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा,संग्रहालय अध्यक्ष भूरी सिंह नरेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में सांस्कृतिक दलों के कलाकार उपस्थित रहे।
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