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चम्बा ! वर्ष 2O15 में एनपीएसईए चम्बा के गठन के सूत्रधार। 2018 तक एक सामान्य कर्मचारी की तरह एनपीएसईए को पूरे जिले और राज्य में पहचान दिलाई और इसी मेहनत के चलते वर्ष 2018 में राज्य अध्यक्ष एनपीएसईए और राज्य कार्यकारिणी ने पूर्व जिला अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कार्यकारी जिला अध्यक्ष नियुक्त हुए। वर्ष 2019 में नवम्बर में संगठन के चुनावों से पूर्व पूरे जिले के कर्मचारियों को एकजुट करते हुए जिले के 11 खण्डों में खण्ड के कर्मचारियों के साथ बैठकें करके खण्ड कार्यकारिणी के गठन किये और कर्मचारियों को जोड़ाI जिसके चलते जिला के चुनावों में सभी खण्डों द्वारा निर्विरोध दूसरी बार इतने बड़े कर्मचारी संगठन का जिला अध्यक्ष चुना गया। जिला अध्यक्ष बनने के बाद 4 खण्डों में जहाँ कर्मचारी इकठे नहीं हो पा रहे थे अपनी संगठनात्मक पकड़ के चलते और सभी विभागों के साथ तालमेल रखते हुए नई कार्यकारिणी गठित की और पूरे जिला चम्बा को एकसूत्र में बाँध दियाI अपनी सूझबूझ के कारण और कुशल व्यवहार के कारण एनजीओ के दोनों धड़ों को जिला चम्बा में एक मंच पर लायेI जिला चम्बा में 70 कर्मचारी संघों के जिला अध्यक्षों को एनपीएसईए के साथ आने के लिए मनाया और जिनमे से 60 कर्मचारी संघ 24 अक्टूबर 2020 को एनपीएसईए के सांकेतिक धरने एवं रैली को समर्थन देते हुए आगे आये और 15 से 20 लोगों से चला हुआ ये संगठन जिला में 2400 से अधिक कर्मचारियों को कोविड काल में रैल्ली में लाने में कामयाब हुआ। इतनी बड़ी रैली किसी राजनितिक पार्टी के आवाहन पर नहीं होती जितनी सिर्फ सांकेतिक धरने में इकठी कर दी गयी और ये सब नये जिला अध्यक्ष की दिन रात की मेहनत अन्य संगठनों के साथ तालमेल और गजब की संगठनात्मक पकड़ का नतीजा था जहाँ चम्बा चौगान में कर्मचारियों का सैलाब ला दिया I और निरंतर जिला चंबा का नाम हिमाचल प्रदेश एनपीएसईए में नम्बर एक पर पहुंचा दिया I 2005 में जेबीटी के लंबित पड़े बैच की ट्रेनिंग और कोर्ट केस की जल्दी सुनवाई हेतु एक सफल आन्दोलन के सूत्रधार उत्तम चंद राज्य अध्यक्ष के साथ जिला चम्बा में जिला अध्यक्ष रहते हुए 80 दिन तक क्रमिक भूख हड़ताल और 5 दिनों तक जिला मुख्यालय पर आमरण अनशन को अंजाम दिया था जिस से 1700 युवाओं की जेबीटी ट्रेनिंग का मार्ग प्रशस्त हुआI उस समय भी एक लम्बा और सफल संघर्ष अंजाम तक पहुँचाया। 5, कोर्ट केस हुए बाद में सब ख़ारिज हुए। 2006 में जेबीटी के रेगुलर बांड भरवाने के लिए संघर्ष किया और अंततः सरकार जो झुकना पड़ा और रेगुलर बांड भरवाने पड़े जिसके कारण 2009 व् 2010 में 1700 जेबीटी अध्यापकों को रेगुलर नौकरी मिली थी जबकि 2004 के बाद सभी विभागों में रेगुलर नियुक्तियां बंद हैं। वर्ष 2009 में जेबीटी अध्यापक के रूप में नौकरी शुरू की और आते ही विभागीय संगठन पीटीएफ में सक्रीय रोल अदा किया। वर्ष 2009 से 2012 तक खण्ड कार्यकारिणी में शामिल रहे। 2012 से 2015 तक जिला पीटीएफ में मुख्य लेखाकार के रूप में संघ की और अध्यापकों की समस्याओं का निवारण किया। 2015 से 2018 तक खण्ड स्तर पर खण्ड महासचिव के पद पर रहते हुए शिक्षकों की समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत रहे। 2018 से जिला अध्यक्ष एनपीएसईए चम्बा के रूप में ओपीएस बहाली के मुद्दे को घर घर तक पहुँचाया, और लगातार जिला अध्यक्ष दूसरी बार भी निर्विरोध चुने गये I जिला चम्बा के सभी खण्डों ,सभी विधानसभाओं और सभी कर्मचारियों के लिए एक जाना पहचाना चेहरा , दिन रात एनपीएस कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत। नवम्बर 7 , 2021 को एनपीएसईए संस्थास्पक नरेश ठाकुर जी, वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर जी और राज्य वरिष्ट उपाध्यक्ष सौरभ वैद जी की मौजूदगी में तीसरी बार लगातार निर्विरोध जिला अध्यक्ष नियुक्त हुए। 27 नवम्बर 2021 एनपीएसईए का दबाब काम आया 2009 की अधिसूचना लागू की सरकार ने। 11 दिसम्बर 2021 एक ऐसा दिन जिसको शायद ही हिमाचल में कोई भूल पाए क्या सरकार ,क्या जनता ,क्या कर्मचारी प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। ओपीएस बहाली के लिए 5000 से अधिक कर्मचारी सुनील जी की अध्यक्षता में अलग अलग विभागों से अलग अलग खण्डों से एकजुट होकर धर्मशाला पहुंचे और कामयाबी की इबारत लिख डाली। कमेटी गठन की अधिसूचना को लागू करवाने में सबसे आगे खड़े आये हमारे जिला अध्यक्ष एनपीएसईए चम्बा। अगर हमने इनका साथ दिया तो ओपीएस जल्द बहाल होगी आओ आज ही तन मन धन से अपने जिला अध्यक्ष की ताकत बनेंI ऐसा निर्भीक, नेतृत्त्व दुबारा मिले न मिले I
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