- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा ! आज शुक्रवार शाम 5:00 बजे 84 के पवित्र प्रांगण में भगवान शिव के मंदिर में कियाँ नाचूँ गौरजा के गाने की रिलीजिंग हुई जिसमें गद्दी समुदाय की महान हस्तियों ने भाग लिया कियाँ नाचूं गौरजा एक पहाड़ी ठेठ शिव भजन है |जिसकी रिलीजिंग हीरा नेगी खम्पा ने 84 शिव मंदिर के प्रांगण में की| नेगी जी ने बताया कि अपनी संस्कृति के उत्थान के लिए हम सभी को एक टीम के रूप में कार्य करने की आवश्यकता है ताकि हमारी संस्कृति का देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी चारों और नाम हो | इस भजन को सुरेंदर पटियाल जी ने गाया है जो कि पेशे से एक अध्यापक हैं उन्होंने पहले भी एक शिव भजन जिसका नाम पहाड़ी शिव नाटी है |और उसके बाद कृष्ण लीला का मथुरा री गुजरी गाया जो की पहाड़ी ठेठ हैं और अब यह उनकी तीसरा गाना है जिसका नाम है कियाँ नाचूँ गौरजा है सुरेंद्र पटियाल जी का कहना है कि वह अपनी संस्कृति के उत्थान के लिए जितना कर पाएं वो कम है वह अपने समुदाय के लिए अपनी संस्कृति के उत्थान के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यह गाना कियाँ नाचूँ गौरजा वह उन महान शख्सियतों के लिए (सोलफुल ट्रिब्यूट) श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं जिन्होंने अपनी संस्कृति के उत्थान के लिए रात दिन मेहनत की थी हमें यह कहते हुए दुख हो रहा है कि वह अभी हमारे बीच नहीं हैं वह अभी भगवान शिव के श्री चरणों में है स्वर्ग में हैं जिनके नाम स्वर्गीय श्री राम लाल ठाकुर अध्यक्ष अखिल भारतीय गद्दी जनजाति समिति , स्वर्गीय श्री धर्म सिंह पट्याल जो नुवाला गायक थे जिन्होंने उम्र भर नुआला गायन में अपनी संस्कृति को बढ़ावा दिया और स्वर्गीय श्री विजय शर्मा जो रैत से संबंध रखने वाले थे और अखिल भारतीय गद्दी जनजाति समिति के पदाधिकारी थे उनके लिए यह गाना उन्होंने श्रद्धांजलि के तौर पर अर्पित किया है उनका कहना है कि वह अपनी संस्कृति के लिए
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -