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चम्बा , 17 जनवरी [ ज्योति ] ! राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चम्बा में राष्ट्रीय आघात जागरूकता शिविर ( नेशनल ट्रामा अवेयरनेस कैंप) के सौजन्य से सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत डॉक्टर हेम सिंह खन्ना एम. डी. एस. मेक्सियोलोफेश सर्जन ने विद्यालय के बच्चों व स्टाफ को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम व सुरक्षा कदमों के बारे में जागरूक करवाया गया। डॉक्टर हेम खन्ना ने बताया कि 25 प्रतिशत चोटों में बड़े सर्जिकल हस्तक्षेप की जरूरत होती है, उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना मानव चेहरे को पूरी तरह से बर्बाद और विकृत कर सकती है, जिसके विनाशकारी भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते हैं। डॉक्टर हेम ने कहा कि दुर्घटना के बाद 60 मिनट का समय गोल्डन आवर कहा जाता है, इस दौरान मरीज को पार्षद स्थिति में रखने की जरूरत होती है, उसे ले जाने में स्ट्रक्चर का इस्तेमाल होना चाहिए, वह रक्तस्राव होने पर दबाव से रक्त को रोकना चाहिए, जानकारी होने पर सीपीआर दिया जाना भी किसी की जान बचा सकता है। उन्होंने बताया कि अच्छी क्वालिटी का हेलमेट सही तरीके से पहनना चाहिए, और हमेशा सीट बेल्ट पहनकर ही गाड़ी चलानी चाहिए और सभी सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन भी दुर्घटना का अहम कारण हो सकता है। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री जितेंद्र सिंह जनरोटियां ने डॉक्टर हेम सिंह खन्ना का अहम जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।
चम्बा , 17 जनवरी [ ज्योति ] ! राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चम्बा में राष्ट्रीय आघात जागरूकता शिविर ( नेशनल ट्रामा अवेयरनेस कैंप) के सौजन्य से सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत डॉक्टर हेम सिंह खन्ना एम. डी. एस. मेक्सियोलोफेश सर्जन ने विद्यालय के बच्चों व स्टाफ को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम व सुरक्षा कदमों के बारे में जागरूक करवाया गया।
डॉक्टर हेम खन्ना ने बताया कि 25 प्रतिशत चोटों में बड़े सर्जिकल हस्तक्षेप की जरूरत होती है, उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना मानव चेहरे को पूरी तरह से बर्बाद और विकृत कर सकती है, जिसके विनाशकारी भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कारण हो सकते हैं। डॉक्टर हेम ने कहा कि दुर्घटना के बाद 60 मिनट का समय गोल्डन आवर कहा जाता है, इस दौरान मरीज को पार्षद स्थिति में रखने की जरूरत होती है, उसे ले जाने में स्ट्रक्चर का इस्तेमाल होना चाहिए, वह रक्तस्राव होने पर दबाव से रक्त को रोकना चाहिए, जानकारी होने पर सीपीआर दिया जाना भी किसी की जान बचा सकता है।
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उन्होंने बताया कि अच्छी क्वालिटी का हेलमेट सही तरीके से पहनना चाहिए, और हमेशा सीट बेल्ट पहनकर ही गाड़ी चलानी चाहिए और सभी सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन भी दुर्घटना का अहम कारण हो सकता है। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री जितेंद्र सिंह जनरोटियां ने डॉक्टर हेम सिंह खन्ना का अहम जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।
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