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चम्बा , 24 दिसंबर [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश जिसको की देव भूमि के साथ प्राकृतिक खूबसूरती का भी वरदान हासिल है। यहां की हसीन वादियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यही कारण है कि हर वर्ष लाखों किं सांख्या में देश विदेश के सैलानी हिमाचल प्रदेश की इन खूबसूरत वादियों में घूमने के लिए आते है और यहां की हसीन वादियों का आनंद उठाते हैं। पर उससे कहीं ज्यादा दुखदाई एक ऐसी घटना जोकि हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष घटती है वह है इन सर्दियों के दिनों में जल्दी से बारिश हो जाए जंगल को वहीं के स्थानीय लोगों द्वारा जलाया जाना। हालंकि प्रदेश सरकार और वन विभाग इसमें समलित प्रयास करते हुए लोगों को समझाने का भरसक प्रयास करते है बाबजूद इसके जगह जगह जंगल जलने की घटनाएं सामने देखने को मिलती है। अगर हम बात करे हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा की तो चम्बा जिले में हर वर्ष जंगलों में आगजनी की घटनाएं सामने आती है। जिस कारण वन संपदा को करोड़ों रुपए का नुकसान देखने को मिलता है। वहीं कई पक्षियों के आशियाने जलकर राख हो जाते हैं। जिला चम्बा के तहत आने वाले चुराह वन मंडल में तो हर वर्ष शरारती तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगाई जाती है। और वन संपदा को नुकसान पहुंचाया जाता है। जिस कारण आए दिन यह घटनाएं सामने आती रहती है। ऐसे में कई पक्षियों के घोंसले जलकर राख हो जाते हैं। और वन संपदा को भी लाखों का नुकसान होता है। ऐसे में वन विभाग की ओर से कई दफा शरारती तत्वों को लेकर कड़े संज्ञान लिए गए। तो वहीं लोगों से अपील भी की गई की कोई भी व्यक्ति जंगलों में आग न लगाएं। ताकि वन संपदा को नुकसान न पहुंचाएं। वन परिक्षेत्र तीसा में कार्यरत रेंज ऑफिसर अजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोग जंगलों में आग लगाते हैं। जिस कारण की वन संपदा को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में सभी लोगों से अपील की जाती है कि कोई व्यक्ति जंगलों में आग न लगाएं और वन संपदा को नुकसान न पहुंचाएं। ताकि पर्यावरण प्रदूषित न हो और वन संपदा को नुकसान न पहुंचे।
चम्बा , 24 दिसंबर [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश जिसको की देव भूमि के साथ प्राकृतिक खूबसूरती का भी वरदान हासिल है। यहां की हसीन वादियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यही कारण है कि हर वर्ष लाखों किं सांख्या में देश विदेश के सैलानी हिमाचल प्रदेश की इन खूबसूरत वादियों में घूमने के लिए आते है और यहां की हसीन वादियों का आनंद उठाते हैं। पर उससे कहीं ज्यादा दुखदाई एक ऐसी घटना जोकि हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष घटती है वह है इन सर्दियों के दिनों में जल्दी से बारिश हो जाए जंगल को वहीं के स्थानीय लोगों द्वारा जलाया जाना।
हालंकि प्रदेश सरकार और वन विभाग इसमें समलित प्रयास करते हुए लोगों को समझाने का भरसक प्रयास करते है बाबजूद इसके जगह जगह जंगल जलने की घटनाएं सामने देखने को मिलती है। अगर हम बात करे हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा की तो चम्बा जिले में हर वर्ष जंगलों में आगजनी की घटनाएं सामने आती है। जिस कारण वन संपदा को करोड़ों रुपए का नुकसान देखने को मिलता है।
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वहीं कई पक्षियों के आशियाने जलकर राख हो जाते हैं। जिला चम्बा के तहत आने वाले चुराह वन मंडल में तो हर वर्ष शरारती तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगाई जाती है। और वन संपदा को नुकसान पहुंचाया जाता है। जिस कारण आए दिन यह घटनाएं सामने आती रहती है। ऐसे में कई पक्षियों के घोंसले जलकर राख हो जाते हैं। और वन संपदा को भी लाखों का नुकसान होता है। ऐसे में वन विभाग की ओर से कई दफा शरारती तत्वों को लेकर कड़े संज्ञान लिए गए। तो वहीं लोगों से अपील भी की गई की कोई भी व्यक्ति जंगलों में आग न लगाएं। ताकि वन संपदा को नुकसान न पहुंचाएं।
वन परिक्षेत्र तीसा में कार्यरत रेंज ऑफिसर अजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोग जंगलों में आग लगाते हैं। जिस कारण की वन संपदा को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में सभी लोगों से अपील की जाती है कि कोई व्यक्ति जंगलों में आग न लगाएं और वन संपदा को नुकसान न पहुंचाएं। ताकि पर्यावरण प्रदूषित न हो और वन संपदा को नुकसान न पहुंचे।
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