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चम्बा ! प्रदेश के स्कूलों में अध्यापकों द्वारा बच्चों की पिटाई के कई मामले सामने आए हैं। सरकार द्वारा उन अध्यापकों पर कार्रवाई भी की जा चुकी है हालांकि इस मामले में सरकार द्वारा उचित कानून भी बनाए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद अभी भी कई अध्यापक स्कूलों में अपना गुस्सा निकालने के लिए बच्चों पर जमकर बरसते हैं। ऐसा ही एक मामला चम्बा जिला के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल लग्गा में देखने को मिला जहां पर एक अध्यापक ने एक नहीं बल्कि दर्जनों बच्चों की इतनी पिटाई की कि उनके हाथों और टांगों पर निशान तक उतर आए। बच्चों की छड़ी द्वारा इतनी पिटाई की गई की छड़ी तक भी टूट गई थी। बच्चों की गलती इतनी थी कि वह छुट्टी के समय सड़क पर खेलने के लिए चले गए थे। हालांकि बच्चों को समझाने के और भी तरीके हो सकते हैं लेकिन इस तरह से अध्यापक द्वारा बच्चे की पिटाई करना यह उस अध्यापक की जाहिलता का प्रमाण देती है। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि यह अध्यापक बच्चों को किस बेरहमी से पीट रहा है। साथ में उन्हें गाली गलोज भी दे रहा है। अगर गलती से बच्चों को कहीं ज्यादा चोट आ जाती और वहां कोई बड़ा हादसा होता और जिस तरह से बच्चों की वहां पिटाई की जा रही थी डर के मारे बच्चा वहां से भागते भागते कहीं सड़क से नीचे गिर जाता तो आप खुद ही अंदाजा लगाइए उसके बाद क्या हो सकता था। छोटे-छोटे स्कूली बच्चों से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह छुट्टी के समय खेलने के लिए सड़क पर पहुंच गए थे जिसको लेकर उनकी टीचर द्वारा खूब पिटाई की गई वहीं स्थानीय लोगों ने भी बताया कि भले ही बच्चों ने गलती की हो तो उन्हें समझाने के और भी कई तरीके होते हैं लेकिन इस तरह से अध्यापक को बच्चों की पिटाई नहीं करनी चाहिए। वही जब इस विषय में उस अध्यापक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे इसे बिल्कुल उचित समझते हैं क्योंकि जिस तरह से बच्चे सड़क पर गए थे वहां कोई गाड़ी के नीचे आ जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता। इसीलिए यही एक तरीका बचा था जो बच्चों को रोक सकता था। इस बात से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों की पिटाई के लिए उस अध्यापक को किसी भी तरह का कोई खौफ नहीं था। वही जब शिक्षा विभाग के उपनिदेशक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर यह बताया कि इस तरह से बच्चों को स्कूलों में किसी भी तरह से मानसिक या शारीरिक प्रताड़ना नहीं की जा सकती है यह कानूनी अपराध है और समय-समय पर वे स्कूलों में इस बारे में अवगत भी करवाते रहते हैं लेकिन अगर इस तरह का कोई मामला सामने आया है तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब बच्चों की पिटाई का वीडियो उन्हें दिखाया तो वह कल अपने उच्च अधिकारी को इस स्कूल में भेजेंगे और इसकी उचित जांच करवाई जाएगी और उस अध्यापक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
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