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चम्बा ! किसी समय प्रदेश में चम्बा जिला का नाम खेलों में सबसे आगे हुआ करता था। यहां पर हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट के कई राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हिमाचल के चम्बा का नाम रोशन कर चुके हैं। राजस्वी काल से ही चम्बा जिला में खेलों का काफी प्रचलन रहा है। यहां के राजाओं ने चम्बा के ऐतिहासिक चौहान को बड़े ही सुंदर ढंग से निर्मित किया था और यहां पर उस समय बाहर के देशों से लोग आकर खेला करते थे। आज से करीब 15 साल पहले हिमाचल प्रदेश की अलग-अलग खेलो की टीमों में सात या आठ खिलाड़ी चम्बा के ही हुआ करते थे लेकिन धीरे-धीरे यहां पर खेलो में सुविधाओं की कमी के चलते काफी कम खिलाड़ी प्रदेश की टीम में देखने को मिल रहे हैं। जिसका मुख्य कारण यहां पर सुविधाओं की कमी और यहां किसी भी खेल के लिए कोच ना होना माना जा रहा था। लेकिन अब दिन प्रतिदिन छोटे बच्चों की रुचि खेल के प्रति देखने को मिल रही है। यहां के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी छोटे-छोटे बच्चों को चम्बा के चौगान मैदान में सुबह-सुबह अलग-अलग खेलों के गुर सिखा रहे हैं। जब से चम्बा के वरुण न अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी में चम्बा का नाम रोशन किया है उसके बाद अब युवाओं में खेलों के प्रति और भी उत्साह देखने को मिल रहा है। आजकल चम्बा के चौगान में सुबह-सुबह जिला के पूर्व राष्ट्रीय फुटवाल खिलाड़ी छोटे-छोटे बच्चों को फुटबॉल के गुर सिखा रहे हैं और बच्चे और उनके अभिभावक भी इसमें काफी रुचि दिखा रहे हैं। सुबह करीब 5:00 बजे यह सभी बच्चे यहां मैदान में पहुंच जाते हैं। उन्हें शारीरिक व्यायाम और उसके बाद उन्हें फुटबॉल की स्किल सिखाई जा रही है इसको लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वही यहां पर फुटबॉल के गुर सीख रहे बच्चों ने बताया कि वह टेलीविजन पर फुटबॉल के मैच देखा करते थे और उन्हें भी यह लगता था कि वह भी इन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की तरह खेले और अपने प्रदेश और देश का नाम रोशन करें। लेकिन उन्हें कोई प्लेटफार्म नहीं मिल रहा था लेकिन अब यहां पर पूर्व खिलाड़ी उन्हें फ्री में फुटबॉल सिखा रहे हैं और वह पूरी मेहनत कर रहे हैं कि आने वाले समय में वह प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। वही पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी शशि ने बताया जबसे टोक्यो ओलंपिक हॉकी में चम्बा के वरुण का नाम आया है उसके बाद यहां के युवाओं में खेलों के प्रति काफी जोश देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों को फुटबॉल सिखाया जा रहा है और बच्चे पूरी मेहनत से सीख रहे हैं और आने वाले समय में चम्बा से ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी देखने को मिल सकते हैं।
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