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चम्बा ! हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला में स्थित देश विदेश में मशहूर बेहद सुंदर पर्यटन नगरी डलहौजी का नाम बदलने का मुद्दा एक बार फिर उठने से बवाल हो गया है। राज्यसभा बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को लिखे अपने पत्र में कहा है कि पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट अजय जग्गा की पुरानी मांग पर विचार करते हुए इस शहर का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर ' सुभाष नगर' कर दिया जाए। हालांकि डलहौजी के निवासी और पर्यटन व्यवसायी डलहौजी का नाम बदले जाने के पक्ष में नहीं हैं वे हमेशा से ही इसका विरोध करते आए हैं डलहोजी वासियों का कहना है की डलहोजी एक मशहूर पर्यटक स्थल है और डलहोजी नाम देश विदेश में मशहूर है ज्यादातर डलहोजी वासी पर्यटकों पर ही निर्भर है इसका नाम बदलने से पर्यटन वयवसाय को फर्क पड़ सकता है। वहीं इस सुझाव का विरोध करते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को पत्र लिखकर दावा किया है कि स्थानीय लोग इस प्रस्ताव के खिलाफ रहे हैं। उन्होंने कहा, "इस तरह के किसी भी सुझाव पर विचार करते समय डलहौजी के निवासियों की भावनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। "गौरतलब है कि डलहौजी को अंग्रेजों के के दौरान साल 1854 में कर्नल नेपियर ने पांच पहाड़ियां पर बसाया था। उन्होंने लार्ड डलहौजी के नाम पर इस शहर का नाम रखा था। 1873 में रवींद्रनाथ टैगोर डलहौजी आए थे। वहीं 1937 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी डलहौजी पहुंचे थे।
चम्बा ! हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला में स्थित देश विदेश में मशहूर बेहद सुंदर पर्यटन नगरी डलहौजी का नाम बदलने का मुद्दा एक बार फिर उठने से बवाल हो गया है। राज्यसभा बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को लिखे अपने पत्र में कहा है कि पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट अजय जग्गा की पुरानी मांग पर विचार करते हुए इस शहर का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर ' सुभाष नगर' कर दिया जाए।
हालांकि डलहौजी के निवासी और पर्यटन व्यवसायी डलहौजी का नाम बदले जाने के पक्ष में नहीं हैं वे हमेशा से ही इसका विरोध करते आए हैं डलहोजी वासियों का कहना है की डलहोजी एक मशहूर पर्यटक स्थल है और डलहोजी नाम देश विदेश में मशहूर है ज्यादातर डलहोजी वासी पर्यटकों पर ही निर्भर है इसका नाम बदलने से पर्यटन वयवसाय को फर्क पड़ सकता है। वहीं इस सुझाव का विरोध करते हुए, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और डलहौजी की विधायक आशा कुमारी ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को पत्र लिखकर दावा किया है कि स्थानीय लोग इस प्रस्ताव के खिलाफ रहे हैं।
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उन्होंने कहा, "इस तरह के किसी भी सुझाव पर विचार करते समय डलहौजी के निवासियों की भावनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। "गौरतलब है कि डलहौजी को अंग्रेजों के के दौरान साल 1854 में कर्नल नेपियर ने पांच पहाड़ियां पर बसाया था। उन्होंने लार्ड डलहौजी के नाम पर इस शहर का नाम रखा था। 1873 में रवींद्रनाथ टैगोर डलहौजी आए थे। वहीं 1937 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी डलहौजी पहुंचे थे।
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