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चम्बा , 14 दिसंबर [ शिवानी ] ! भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत एचटूओ हाउस चमीणू में वीरवार को जिम्मेदार पर्यटन को लेकर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला पर्यटन अधिकारी चम्बा राजीव मिश्रा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। यह कार्यशाला नॉट ऑन मैप संस्था व एसोसिएशन फार द कंजरवेशन एंड टूरिज्म(एक्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। एक्ट की स्थापना टूरिज्म गांधी आफ इंडिया के नाम से विख्यात राज बासु की ओर से की गई है। इसमें एक्ट की ओर से विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। चलो चम्बा अभियान को सफल बनाने के लिए नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से लगातार इस तरह की तहत भी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने तीसा के सामुदायिक आधारित गांव गुवाड़ी, मिस्टिक विलेज खजियार, चमीणू तथा सलूणी से आए लोगों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने उपस्थित हितधारकों को प्राकृतिक संसाधन संस्कृति विरासत के संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूक किया। कार्यशाला को रोचक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। उपस्थित हितधारकों को बताया गया कि हमें पर्यटन के जरिये व्यक्तिगत विकास से सामुदायिक विकास की ओर आगे बढ़ना है। जिला चम्बा में लोक संस्कृति, यहां का रहन-सहन, खान-पान, पारंपरिक व्यंजन, कला, संगीत सहित अन्य सभी धरोहरों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां का रुख करें। चम्बा जिला को जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से आगे बढ़ाने का सभी एक साथ प्रयास करेंगे। जब भी पर्यटन बढ़ता है तो इसके साथ-साथ कई तरह की समस्याएं भी पेश आती हैं। गंदगी न फैले, इसके लिए पर्यटकों को जागरूक करना जरूरी है। स्वयं भी इस दिशा में अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। शहरों व मुख्य स्थानों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुंच बनाने के लिए कार्य करना है। प्रशिक्षण में दिनेश, कर्म चंद, सुरेंद्र, तनु, बंटी, राज कुमार, मनोज, हनीफ, कमल दुग्गल, विकास, राम दयाल, हरि चंद तथा शंकर मौजूद रहे। जिम्मेदार, टिकाऊ व सामुदायिक आधारित पर्यटन को लेकर यह नॉट ऑन मैप संस्था व एक्ट की बहुत अच्छी पहल है। यहां लोगों को जिम्मेदार पर्यटन को लेकर बहुत अच्छी जानकारी मिल रही है। जिला चम्बा के गांव-गांव तक पर्यटन को पहुंचाने की दिशा में सभी लोगों को मिलकर कार्य करना होगा। चम्बा की संस्कृति बहुत समृद्ध है। इसके बारे में जानने के लिए लोग काफी उत्सुक रहते हैं। यहां की समृद्घ संस्कृति ही चंबा के लोगों की पहचान है। इसे सहेजकर रखने के साथ ही इसके बारे में देश के कोने-कोने के लोगों को बताना है, ताकि लोग यहां की संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान सहित इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जान सकें। इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
चम्बा , 14 दिसंबर [ शिवानी ] ! भारत संस्टेनेबिलिटी संकल्प अभियान के तहत एचटूओ हाउस चमीणू में वीरवार को जिम्मेदार पर्यटन को लेकर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला पर्यटन अधिकारी चम्बा राजीव मिश्रा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। यह कार्यशाला नॉट ऑन मैप संस्था व एसोसिएशन फार द कंजरवेशन एंड टूरिज्म(एक्ट) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई।
एक्ट की स्थापना टूरिज्म गांधी आफ इंडिया के नाम से विख्यात राज बासु की ओर से की गई है। इसमें एक्ट की ओर से विशाल गुरूंग व नीलिमा तमांग ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। चलो चम्बा अभियान को सफल बनाने के लिए नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से लगातार इस तरह की तहत भी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने तीसा के सामुदायिक आधारित गांव गुवाड़ी, मिस्टिक विलेज खजियार, चमीणू तथा सलूणी से आए लोगों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने उपस्थित हितधारकों को प्राकृतिक संसाधन संस्कृति विरासत के संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूक किया।
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कार्यशाला को रोचक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। उपस्थित हितधारकों को बताया गया कि हमें पर्यटन के जरिये व्यक्तिगत विकास से सामुदायिक विकास की ओर आगे बढ़ना है। जिला चम्बा में लोक संस्कृति, यहां का रहन-सहन, खान-पान, पारंपरिक व्यंजन, कला, संगीत सहित अन्य सभी धरोहरों के बारे में पर्यटकों को जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां का रुख करें।
चम्बा जिला को जिम्मेदार पर्यटन के माध्यम से आगे बढ़ाने का सभी एक साथ प्रयास करेंगे। जब भी पर्यटन बढ़ता है तो इसके साथ-साथ कई तरह की समस्याएं भी पेश आती हैं। गंदगी न फैले, इसके लिए पर्यटकों को जागरूक करना जरूरी है। स्वयं भी इस दिशा में अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। शहरों व मुख्य स्थानों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुंच बनाने के लिए कार्य करना है। प्रशिक्षण में दिनेश, कर्म चंद, सुरेंद्र, तनु, बंटी, राज कुमार, मनोज, हनीफ, कमल दुग्गल, विकास, राम दयाल, हरि चंद तथा शंकर मौजूद रहे।
जिम्मेदार, टिकाऊ व सामुदायिक आधारित पर्यटन को लेकर यह नॉट ऑन मैप संस्था व एक्ट की बहुत अच्छी पहल है। यहां लोगों को जिम्मेदार पर्यटन को लेकर बहुत अच्छी जानकारी मिल रही है। जिला चम्बा के गांव-गांव तक पर्यटन को पहुंचाने की दिशा में सभी लोगों को मिलकर कार्य करना होगा।
चम्बा की संस्कृति बहुत समृद्ध है। इसके बारे में जानने के लिए लोग काफी उत्सुक रहते हैं। यहां की समृद्घ संस्कृति ही चंबा के लोगों की पहचान है। इसे सहेजकर रखने के साथ ही इसके बारे में देश के कोने-कोने के लोगों को बताना है, ताकि लोग यहां की संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान सहित इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जान सकें। इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
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