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चम्बा , 04 जनवरी [ शिवानी ] ! सुप्रसिद्ध मॉडल व अभिनेता मिलिंद सोमन करीब एक हजार किलोमीटर साइकिल चलाते हुए धर्मशाला पहुंचने के बाद दौड़ लगाकर डलहौजी पहुंचे। जहां से उन्होंने चम्बा मुख्यालय का रुख किया। चम्बा पहुंचने के बाद मिलिंद यहां की खूबसूरत वादियों व ऐतिहासिक मंदिरों की भव्यता को देखकर काफी खुश हुए। जिला चम्बा को उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से एक खूबसूरत जिला बताया। उन्होंने कहा कि चम्बा की खूबसूरत वादियां स्वत: ही पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती हैं। यहां के ऐतिहासिक मंदिरों व भवनों की भव्यता देखते ही बनती है। उन्होंने चम्बा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे चलो चम्बा अभियान तथा नॉट ऑन मैप संस्था की और से किए जा रहे प्रयासों की भी खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से सामुदायिक आधारित पर्यटन पर कार्य किया जा रहा है, जो कि अपने आप में सबसे अलग व अच्छा विचार है। संस्था जिस विचार के साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है। उसने पर्यटन की परिभाषा को और बेहतर बनाया है। चम्बा का खान-पान, यहां का रहन-सहन, यहां के लोग, यहां की हर एक चीज अपने-आप में बहुत खूबसूरत है। लोगों का यहां काफी प्यार मिला है। यहां के लोगों का स्वभाव बहुत अच्छा है। इसलिए दोबारा से चम्बा आना पसंद करूंगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश को नॉट ऑन मैप संस्था के माडल को समझने की जरूरत है। मिलिंद ने अपने करियर की शुरुआत 1988 में माडलिंग से की व 1995 में वह अलीशा चिनॉय के वीडियो अलबम मेड इन इंडिया में दिखाई दिए। इसके बाद 2016 तक धारावाहिकों व फिल्मी जगत में सक्रिय रहे। 2012 से मिलिंद सोमन ने अपने जीवन को एक नया आयाम दिया है। अब वह सामाजिक जागरूकता को लेकर कार्य कर रहे हैं। इसमें पर्यावरण संरक्षण, कैंसर जागरूकता व महिला सशक्तिकरण शामिल है। मई 2012 को पर्यावरण जागरूकता अभियान के अंतर्गत ग्रीनथान में 30 दिनों में 1500 किलोमीटर चलने का एक लिम्का रिकार्ड बनाया। स्तन कैंसर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए देश की सबसे बड़ी दौड पिंकथोन को उन्होंने स्थापित किया। 2015 में मिलिंद ने आयरनमैन खिताब अपने नाम किया। मिलिंद की फिटनेस सबके लिए मिसाल है। वहीं, नॉट ऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने कहा कि मिलिंद सोमन ने चलो चम्बा अभियान व सामुदायिक आधारित पर्यटन की काफी सराहना की है। उन्होंने कहा कि उनके चम्बा आने से निश्चित तौर यहां के सामुदायिक आधारित पर्यटन को बल मिलेगा। इससे चम्बा को विश्व स्तर पर नई पहचान मिलेगी। वहीं, होलिस्टिक हिमालया एफपीसी लिमिटेड भटोली सलूणी की ओर से मोहम्मद रियाज ने मिलिंद सोमन व उनके परिवार को हिमालय व यहां के पारंपरिक खान-पान के बारे में जानकारी दी। इस दौरान रेणु शर्मा, तविंदर, हनीफ, सुरिंदर, विशाल, यशपाल, संजू, कमलेश, भिंदर, मगनदीप, नीतिज्ञ, अनूप कुमार, तुषार, राकेश शेखरी, मोहम्मद रफी, मोहम्मद रियाज, अब्दुल्ला, राजकुमार, अनूप कुमार तथा ज्योति ने भी अपना सहयोग दिया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा , 04 जनवरी [ शिवानी ] ! सुप्रसिद्ध मॉडल व अभिनेता मिलिंद सोमन करीब एक हजार किलोमीटर साइकिल चलाते हुए धर्मशाला पहुंचने के बाद दौड़ लगाकर डलहौजी पहुंचे। जहां से उन्होंने चम्बा मुख्यालय का रुख किया। चम्बा पहुंचने के बाद मिलिंद यहां की खूबसूरत वादियों व ऐतिहासिक मंदिरों की भव्यता को देखकर काफी खुश हुए। जिला चम्बा को उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से एक खूबसूरत जिला बताया।
उन्होंने कहा कि चम्बा की खूबसूरत वादियां स्वत: ही पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती हैं। यहां के ऐतिहासिक मंदिरों व भवनों की भव्यता देखते ही बनती है। उन्होंने चम्बा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे चलो चम्बा अभियान तथा नॉट ऑन मैप संस्था की और से किए जा रहे प्रयासों की भी खूब सराहना की।
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उन्होंने कहा कि नॉट ऑन मैप संस्था की ओर से सामुदायिक आधारित पर्यटन पर कार्य किया जा रहा है, जो कि अपने आप में सबसे अलग व अच्छा विचार है। संस्था जिस विचार के साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही है। उसने पर्यटन की परिभाषा को और बेहतर बनाया है।
चम्बा का खान-पान, यहां का रहन-सहन, यहां के लोग, यहां की हर एक चीज अपने-आप में बहुत खूबसूरत है। लोगों का यहां काफी प्यार मिला है। यहां के लोगों का स्वभाव बहुत अच्छा है। इसलिए दोबारा से चम्बा आना पसंद करूंगा।
उन्होंने कहा कि पूरे देश को नॉट ऑन मैप संस्था के माडल को समझने की जरूरत है। मिलिंद ने अपने करियर की शुरुआत 1988 में माडलिंग से की व 1995 में वह अलीशा चिनॉय के वीडियो अलबम मेड इन इंडिया में दिखाई दिए। इसके बाद 2016 तक धारावाहिकों व फिल्मी जगत में सक्रिय रहे। 2012 से मिलिंद सोमन ने अपने जीवन को एक नया आयाम दिया है। अब वह सामाजिक जागरूकता को लेकर कार्य कर रहे हैं।
इसमें पर्यावरण संरक्षण, कैंसर जागरूकता व महिला सशक्तिकरण शामिल है। मई 2012 को पर्यावरण जागरूकता अभियान के अंतर्गत ग्रीनथान में 30 दिनों में 1500 किलोमीटर चलने का एक लिम्का रिकार्ड बनाया। स्तन कैंसर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए देश की सबसे बड़ी दौड पिंकथोन को उन्होंने स्थापित किया। 2015 में मिलिंद ने आयरनमैन खिताब अपने नाम किया। मिलिंद की फिटनेस सबके लिए मिसाल है।
वहीं, नॉट ऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने कहा कि मिलिंद सोमन ने चलो चम्बा अभियान व सामुदायिक आधारित पर्यटन की काफी सराहना की है। उन्होंने कहा कि उनके चम्बा आने से निश्चित तौर यहां के सामुदायिक आधारित पर्यटन को बल मिलेगा। इससे चम्बा को विश्व स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
वहीं, होलिस्टिक हिमालया एफपीसी लिमिटेड भटोली सलूणी की ओर से मोहम्मद रियाज ने मिलिंद सोमन व उनके परिवार को हिमालय व यहां के पारंपरिक खान-पान के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान रेणु शर्मा, तविंदर, हनीफ, सुरिंदर, विशाल, यशपाल, संजू, कमलेश, भिंदर, मगनदीप, नीतिज्ञ, अनूप कुमार, तुषार, राकेश शेखरी, मोहम्मद रफी, मोहम्मद रियाज, अब्दुल्ला, राजकुमार, अनूप कुमार तथा ज्योति ने भी अपना सहयोग दिया।
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