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चम्बा ! हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला के मिनी स्विट्जरलैंड विश्व विख्यात पर्यटक स्थल खज्जियार की खुबसूरत व् पवित्र झील में बड़ी जीव त्रासदी देखने को मिली है। झील के किनारे मृत मछलियों का ढेर लग रहा है । जिन्हें चील और अन्य प्राणी खा रहे है। बताते चले कि इस झील में रहने वाली मछलियों को पवित्र माना जाता है ,तथा बीते कुछ दिनों से यह पवित्र मछलियां मर रही हैं जिसकी वजह से यहाँ घूमने आ रहे पर्यटक व् स्थानीय लोग काफी परेशान व् दुखी हैं। कोरोना की वजह से लोग पहले से खौफ़ में है अब अचानक झील में सैंकड़ो की संख्या में मछलियों की मौत होने से लोग और भी डर गए है। मत्स्य विभाग द्वारा मछलियों के मरने का कारण झील में गाद का बढना व् मछलियों की बढ़ती जनसंख्या भी मौत का कारण बताया जा रहा है। वहीँ तालाब के किनारे लगे मृत मछलियों के ढेर से बदबू आ रही है, जिसके कारण आसपास के लोगों को व यहाँ घुमने आये पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है,खज्जियार की झील में मछलियों के मरने का यह पहला मामला है । बहरहाल झील का पानी देखने में एकदम साफ़ क्रिस्टल क्लियर लग रहा है ऐसे में झील में इस तरह की बड़ी जीव त्रासदी का सामने आना जांच का विषय है ,फिलहाल इस समस्या से निपटने के लिए मत्स्य व वन विभाग को साथ मिलकर रणनीति बनानी चाहिए ।गौरतलब है कि सरकार इस झील के सौंदर्यीकरण पर लाखों करोड़ो रुपए खर्च कर रही है फिर भी यह झील दुर्दशा का शिकार हो रही है। वहीं मत्स्य विभाग चम्बा के असिस्टेंट डायरेक्टर भूपिंदर कुमार ने बताया की मछलियों के मरने का कारण झील में गाद का बढना व् मछलियों की ब्रीडिंग से उनकी तादाद बढ़ने से व झील में जगह कम पड़ना हैं ,इसलिए मछलियों को मरने से बचाने के लिए उन्हें कही और शिफ्ट करना पड़ेगा । भूपिंदर कुमार ने कहा यह झील वाइल्ड लाइफ के अधीन है अगर वो मछलियों को शिफ्ट नहीं करते तो मछलियों को मत्स्य विभाग भी शिफ्ट कर सकता है l
चम्बा ! हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला के मिनी स्विट्जरलैंड विश्व विख्यात पर्यटक स्थल खज्जियार की खुबसूरत व् पवित्र झील में बड़ी जीव त्रासदी देखने को मिली है। झील के किनारे मृत मछलियों का ढेर लग रहा है । जिन्हें चील और अन्य प्राणी खा रहे है। बताते चले कि इस झील में रहने वाली मछलियों को पवित्र माना जाता है ,तथा बीते कुछ दिनों से यह पवित्र मछलियां मर रही हैं जिसकी वजह से यहाँ घूमने आ रहे पर्यटक व् स्थानीय लोग काफी परेशान व् दुखी हैं। कोरोना की वजह से लोग पहले से खौफ़ में है अब अचानक झील में सैंकड़ो की संख्या में मछलियों की मौत होने से लोग और भी डर गए है।
मत्स्य विभाग द्वारा मछलियों के मरने का कारण झील में गाद का बढना व् मछलियों की बढ़ती जनसंख्या भी मौत का कारण बताया जा रहा है। वहीँ तालाब के किनारे लगे मृत मछलियों के ढेर से बदबू आ रही है, जिसके कारण आसपास के लोगों को व यहाँ घुमने आये पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है,खज्जियार की झील में मछलियों के मरने का यह पहला मामला है । बहरहाल झील का पानी देखने में एकदम साफ़ क्रिस्टल क्लियर लग रहा है ऐसे में झील में इस तरह की बड़ी जीव त्रासदी का सामने आना जांच का विषय है ,फिलहाल इस समस्या से निपटने के लिए मत्स्य व वन विभाग को साथ मिलकर रणनीति बनानी चाहिए ।गौरतलब है कि सरकार इस झील के सौंदर्यीकरण पर लाखों करोड़ो रुपए खर्च कर रही है फिर भी यह झील दुर्दशा का शिकार हो रही है।
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वहीं मत्स्य विभाग चम्बा के असिस्टेंट डायरेक्टर भूपिंदर कुमार ने बताया की मछलियों के मरने का कारण झील में गाद का बढना व् मछलियों की ब्रीडिंग से उनकी तादाद बढ़ने से व झील में जगह कम पड़ना हैं ,इसलिए मछलियों को मरने से बचाने के लिए उन्हें कही और शिफ्ट करना पड़ेगा । भूपिंदर कुमार ने कहा यह झील वाइल्ड लाइफ के अधीन है अगर वो मछलियों को शिफ्ट नहीं करते तो मछलियों को मत्स्य विभाग भी शिफ्ट कर सकता है l
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