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चम्बा! पूरे हिमाचल प्रदेश में जिस तरह से करोना के बढ़ते हुए खोफ को देखते हुए आज सरकारी इंतजामातों की पोल खुल रही है।जनता को तो छोड़ो परंतु करोना मरीजों के इलाज के लिए भी पुख्ता इंतजाम नाकाफी होने के उपरांत भी जिस तरह से देश और प्रदेश में कोरोना के कारण लोगों की मौतों का ग्राफ कहीं न कहीं जरूरी सुविधाओं के अभाव के चलते उसी तेजी से बढ़ रहा है जिस तेजी से देश और प्रदेश की सरकारों ने रैलियां और समय रहते देश के कई राज्यों के लोगों की हिमाचल में बेरोक टोक आवाजाही को समय रहते पाबंदी के साथ न रोके जाने के कारण कोरोना के मामले बढे हैं। उसी दिशा में आज कोरोना मरीजों की दिन रात सेवा में तत्पर प्रदेश के खासकर स्वास्थ्य विभाग एवम् अन्य विभागों के सेकडो कर्मचारी वर्गों को किसी न किसी रूप में कोरोना महामारी एवम लॉकडाउन के कारण जनता पर लादी गई कई तरह की बंदिशो के बावजूद भी वो कर्मचारी जो दिन रात मरीजों की सेवा के साथ साथ जनता हित में जरूरी सुविधाओं को बिना रुकावट बनाए रखने में व्यस्त हैं। ऐसी स्थिति में काम करने वाले तमाम उन वर्गो जैसे: डॉक्टर्स नर्सिंग स्टाफ,पैरामेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी,वार्ड बॉयज, सफाई कर्मचारी, हॉस्पिटल में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड्स,आउटसोर्स कर्मचारी वर्ग,कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी, आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स, तथा प्रदेश के पुलिस कर्मचारी, प्रदेश शिक्षा विभाग के तमाम अध्यापक वर्ग,बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारी वर्ग,तमाम दवा विक्रेता, नगर निगम के सफाई कर्मचारी और सेहब सोसाइटी के तहत तमाम गार्बेज कलेक्टर कर्मचारी, जल शक्ति विभाग से संबंधित पंप ऑपरेटर,कीमैन, जो कर्मचारी लॉकडाउन/करोना काल में पानी की सप्लाई को सुचारू रखने में जनता की सेवा कर रहे हैं। इसके बावजूद 108 और 102 नंबर एंबुलेंस इसके चालक परिचालक और उसमें कार्यरत अन्य स्टाफ। प्रदेश में सस्ती सरकारी राशन की दुकानों पर कार्यरत पीडीएस कर्मचारी वर्ग, एवं निजी बसों और ट्रांसपोर्ट की बसों में तमाम कार्यरत चालकऔर परिचालक वर्ग । प्रदेश के अन्य कर्मचारी वर्ग जो किसी किसी रूप में करोना काल के दौरान करोना से पीड़ित मरीजों की सेवा में तत्पर रह रहे है। तथा वो लोग जो बाहर से मरीजों के तामीरदारों की मदत्त करने में जुटें हैं।तथा ऐसे स्वयंसेवक जो जनता खासकर गरीब लोगों के वास्ते लंगर का आयोजन कर रहे है तथा दूसरी जरूरी सुविधाओं के साथ आगे आ रहे हैं। इस अति गंभीर और संवेदन शील विषय को लेकर प्रदेश आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी से अनुरोध करती है कि वो उपरोक्त तमाम वर्गों के हित को ध्यान में रखते तुरंत उन्हे फ्रंट लाइन कोरोना वारियर घोषित करे और इस एवज में एक अधिसूचना भी जारी करें। इस अधिसूचना में ये भी प्रावधान होना चाहिए कि खुदा ना खासता उक्त वर्गों में से इस अवधि के दौरान यदि उन्हे करोना हो जाए और उन में से अचानक किसी की मृत्यु हो जाती है तो उन्हें पहले तो शहीद का दर्जा मिले तथा दिल्ली सरकार की तर्ज पर उन्हे एक करोड़ रुपए (प्रत्येक) के हिसाब से मुआवजा भी अदा किया जाए। इतना ही नही साथ ही उनके परिवारों में से किसी एक को सरकारी नौकरी का भी प्रावधान की जाए। ताकि प्रदेश के ऐसे कर्मचारियों/, कार्यकर्ताओं को एक संदेश भी जाए और उक्त कर्मचारियों को भी लगे और ये सुनिश्चित हो जाए कि उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियों और दूसरे कामों के बोझ के चलते उन्हें बेखौफ होकर सिर्फ मरीजों की सेवा में ही वह अपने आप को पूरी तरह से समर्पित कर सके। आज प्रदेश सरकार से निवेदन है की वो उक्त सेहेब सोसाइटी कर्मचारी के अश्रितो को अभिलंब एक करोड़ रुपए की राशि मुआवजे के रूप में उनके खाते में डाले। साथ में उनके परिवार से किसी एक सदस्य को सरकारी नोकरी भी प्रदान की जाए। करोना मरीजों की सेवा में लीन कर्मचारियों को जैसे की देखने में भी मिल रहा है कि उन्हे पीपीई किड्स अच्छी गुणवत्ता वाले सैनिटाइजर,मास्क भी समय रहते मुहया नही करवाए जा रहे हैं। हॉस्पिटल स्टाफ भी कभी कभी उक्त सामग्री अपने आप ही खरीदते देखे गए हैं। जबकि दूसरी ओर सूचनाएं और खबरें आ रही हैं कि देश और प्रदेश के लिए दुनिया के कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाएं है ।उसी कड़ी में उन्होंने तमाम तरह की ऐसी वस्तुएं हमारे देश ओर प्रदेश को दान देने की पेशकश ही नहीं की बल्कि उक्त सामान भारत में पहुंचा भी दिया है। जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क, सेनीटाइजर्स पीपीई किट्स इत्यादि। लेकिन अफसोस तो यह है कि वह समान कौन से खाते में जा रहा हैं और और कहां उसका उपयोग हो रहा है। इसका प्रदेश की जनता के कहने से आम आदमी पार्टी पूरा हिसाब भी सरकार से सार्वजनिक करवाना चाहेगी। प्रदेश आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस पार्टी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वह भी उक्त मुद्दों को उठाने में नाकामयाब साबित हो रही है। आम आदमी पार्टी के पूर्व में इस तरह के लगाए गए आरोप अब और पुख्ता हो रहे है।जिसके चलते यह दोनों पार्टियां बारी बारी सत्ता का सुख भोगने के लिए हर 5 साल बाद एक दूसरे की मदद करती रही है।अब प्रदेश की जनता के सहयोग से 2022 में ऐसा नही होने दिया जायेगा।क्योंकि आम आदमी पार्टी प्रदेश में आगामी हर चुनावो के लिए अब जनता के सामने एक विकल्प के रूप मजबूती से खड़ी है।
चम्बा! पूरे हिमाचल प्रदेश में जिस तरह से करोना के बढ़ते हुए खोफ को देखते हुए आज सरकारी इंतजामातों की पोल खुल रही है।जनता को तो छोड़ो परंतु करोना मरीजों के इलाज के लिए भी पुख्ता इंतजाम नाकाफी होने के उपरांत भी जिस तरह से देश और प्रदेश में कोरोना के कारण लोगों की मौतों का ग्राफ कहीं न कहीं जरूरी सुविधाओं के अभाव के चलते उसी तेजी से बढ़ रहा है जिस तेजी से देश और प्रदेश की सरकारों ने रैलियां और समय रहते देश के कई राज्यों के लोगों की हिमाचल में बेरोक टोक आवाजाही को समय रहते पाबंदी के साथ न रोके जाने के कारण कोरोना के मामले बढे हैं।
उसी दिशा में आज कोरोना मरीजों की दिन रात सेवा में तत्पर प्रदेश के खासकर स्वास्थ्य विभाग एवम् अन्य विभागों के सेकडो कर्मचारी वर्गों को किसी न किसी रूप में कोरोना महामारी एवम लॉकडाउन के कारण जनता पर लादी गई कई तरह की बंदिशो के बावजूद भी वो कर्मचारी जो दिन रात मरीजों की सेवा के साथ साथ जनता हित में जरूरी सुविधाओं को बिना रुकावट बनाए रखने में व्यस्त हैं।
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ऐसी स्थिति में काम करने वाले तमाम उन वर्गो जैसे: डॉक्टर्स नर्सिंग स्टाफ,पैरामेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी,वार्ड बॉयज, सफाई कर्मचारी, हॉस्पिटल में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड्स,आउटसोर्स कर्मचारी वर्ग,कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी, आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स, तथा प्रदेश के पुलिस कर्मचारी, प्रदेश शिक्षा विभाग के तमाम अध्यापक वर्ग,बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारी वर्ग,तमाम दवा विक्रेता, नगर निगम के सफाई कर्मचारी और सेहब सोसाइटी के तहत तमाम गार्बेज कलेक्टर कर्मचारी, जल शक्ति विभाग से संबंधित पंप ऑपरेटर,कीमैन, जो कर्मचारी लॉकडाउन/करोना काल में पानी की सप्लाई को सुचारू रखने में जनता की सेवा कर रहे हैं। इसके बावजूद 108 और 102 नंबर एंबुलेंस इसके चालक परिचालक और उसमें कार्यरत अन्य स्टाफ। प्रदेश में सस्ती सरकारी राशन की दुकानों पर कार्यरत पीडीएस कर्मचारी वर्ग, एवं निजी बसों और ट्रांसपोर्ट की बसों में तमाम कार्यरत चालकऔर परिचालक वर्ग । प्रदेश के अन्य कर्मचारी वर्ग जो किसी किसी रूप में करोना काल के दौरान करोना से पीड़ित मरीजों की सेवा में तत्पर रह रहे है।
तथा वो लोग जो बाहर से मरीजों के तामीरदारों की मदत्त करने में जुटें हैं।तथा ऐसे स्वयंसेवक जो जनता खासकर गरीब लोगों के वास्ते लंगर का आयोजन कर रहे है तथा दूसरी जरूरी सुविधाओं के साथ आगे आ रहे हैं। इस अति गंभीर और संवेदन शील विषय को लेकर प्रदेश आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी से अनुरोध करती है कि वो उपरोक्त तमाम वर्गों के हित को ध्यान में रखते तुरंत उन्हे फ्रंट लाइन कोरोना वारियर घोषित करे और इस एवज में एक अधिसूचना भी जारी करें।
इस अधिसूचना में ये भी प्रावधान होना चाहिए कि खुदा ना खासता उक्त वर्गों में से इस अवधि के दौरान यदि उन्हे करोना हो जाए और उन में से अचानक किसी की मृत्यु हो जाती है तो उन्हें पहले तो शहीद का दर्जा मिले तथा दिल्ली सरकार की तर्ज पर उन्हे एक करोड़ रुपए (प्रत्येक) के हिसाब से मुआवजा भी अदा किया जाए।
इतना ही नही साथ ही उनके परिवारों में से किसी एक को सरकारी नौकरी का भी प्रावधान की जाए। ताकि प्रदेश के ऐसे कर्मचारियों/, कार्यकर्ताओं को एक संदेश भी जाए और उक्त कर्मचारियों को भी लगे और ये सुनिश्चित हो जाए कि उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियों और दूसरे कामों के बोझ के चलते उन्हें बेखौफ होकर सिर्फ मरीजों की सेवा में ही वह अपने आप को पूरी तरह से समर्पित कर सके।
आज प्रदेश सरकार से निवेदन है की वो उक्त सेहेब सोसाइटी कर्मचारी के अश्रितो को अभिलंब एक करोड़ रुपए की राशि मुआवजे के रूप में उनके खाते में डाले। साथ में उनके परिवार से किसी एक सदस्य को सरकारी नोकरी भी प्रदान की जाए। करोना मरीजों की सेवा में लीन कर्मचारियों को जैसे की देखने में भी मिल रहा है कि उन्हे पीपीई किड्स अच्छी गुणवत्ता वाले सैनिटाइजर,मास्क भी समय रहते मुहया नही करवाए जा रहे हैं। हॉस्पिटल स्टाफ भी कभी कभी उक्त सामग्री अपने आप ही खरीदते देखे गए हैं।
जबकि दूसरी ओर सूचनाएं और खबरें आ रही हैं कि देश और प्रदेश के लिए दुनिया के कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाएं है ।उसी कड़ी में उन्होंने तमाम तरह की ऐसी वस्तुएं हमारे देश ओर प्रदेश को दान देने की पेशकश ही नहीं की बल्कि उक्त सामान भारत में पहुंचा भी दिया है। जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क, सेनीटाइजर्स पीपीई किट्स इत्यादि।
लेकिन अफसोस तो यह है कि वह समान कौन से खाते में जा रहा हैं और और कहां उसका उपयोग हो रहा है। इसका प्रदेश की जनता के कहने से आम आदमी पार्टी पूरा हिसाब भी सरकार से सार्वजनिक करवाना चाहेगी। प्रदेश आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की विपक्ष की भूमिका निभाने वाली कांग्रेस पार्टी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वह भी उक्त मुद्दों को उठाने में नाकामयाब साबित हो रही है।
आम आदमी पार्टी के पूर्व में इस तरह के लगाए गए आरोप अब और पुख्ता हो रहे है।जिसके चलते यह दोनों पार्टियां बारी बारी सत्ता का सुख भोगने के लिए हर 5 साल बाद एक दूसरे की मदद करती रही है।अब प्रदेश की जनता के सहयोग से 2022 में ऐसा नही होने दिया जायेगा।क्योंकि आम आदमी पार्टी प्रदेश में आगामी हर चुनावो के लिए अब जनता के सामने एक विकल्प के रूप मजबूती से खड़ी है।
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