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चम्बा ! कृषक उत्पादक संगठनों को प्रोत्साहित करने के लिए हिमाचल सरक़ार द्वारा कृषि कोष योजना आरम्भ की गयी है इस योजना में कृषक उत्पादक संगठनों के लिए बीज धनराशि के रूप में 6 लाख रूपये देने का प्रावधान किया गया है | यह जानकारी उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने कृषि कोष योजना के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता के दौरान देते हुए कहा कि कृषि उत्पाद का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को व्यक्तिगत तौर पर बहुत सारी समस्याओं सामना करना पड़ता है | फसल उत्पाद का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को या तो दाम बढ़ने तक फसल उत्पाद को भंडारण करके रखना पड़ता है या फिर फसल उत्पाद का प्रसंस्करण करके बेचना पड़ता है I उपायुक्त ने कहा कि कोई भी किसान व्यक्तिगत तौर आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं होता कि फसल के भण्डारण के लिए या प्रसंस्करण के लिए किसी बड़े ढांचे का निर्माण कर सके I लेकिन यदि किसान संगठन बनाकर यदि फसलों का उत्पादन करें, फसलों का सही भंडारण करें तथा फसल उत्पादों का प्रसंस्करण करके उन्हें बाजार में बेचें तो फसल उत्पादों के अधिक दाम प्राप्त कर सकते है | उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित विभिन्न विभागीयअधिकारी जिला में एक सौ कृषि उत्पादक संगठनों को तैयार करें जिसमें मत्स्य उत्पादन, धान,मटर,मक्की मधुमक्खी पालन, लाल चावल व बकव्हीट (फूलन ) इत्यादि उत्पादक किसानों को शामिल किया जाए | किसान क्रेडिट कार्ड पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक से अधिक संख्या में इस योजना से जोड़ा जाए ताकि उन्हें इस योजना से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके इसके लिए सभी संबंधित विभाग सामूहिक तौर पर समन्वय स्थापित कर किसानों को जागरूक करें | बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त चम्बा मुकेश रेप्सवाल, उप निदेशक कृषि कुलदीप, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंद्रवीर सिंह वह अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे |
चम्बा ! कृषक उत्पादक संगठनों को प्रोत्साहित करने के लिए हिमाचल सरक़ार द्वारा कृषि कोष योजना आरम्भ की गयी है इस योजना में कृषक उत्पादक संगठनों के लिए बीज धनराशि के रूप में 6 लाख रूपये देने का प्रावधान किया गया है |
यह जानकारी उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने कृषि कोष योजना के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता के दौरान देते हुए कहा कि कृषि उत्पाद का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को व्यक्तिगत तौर पर बहुत सारी समस्याओं सामना करना पड़ता है | फसल उत्पाद का सही दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को या तो दाम बढ़ने तक फसल उत्पाद को भंडारण करके रखना पड़ता है या फिर फसल उत्पाद का प्रसंस्करण करके बेचना पड़ता है I
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उपायुक्त ने कहा कि कोई भी किसान व्यक्तिगत तौर आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं होता कि फसल के भण्डारण के लिए या प्रसंस्करण के लिए किसी बड़े ढांचे का निर्माण कर सके I लेकिन यदि किसान संगठन बनाकर यदि फसलों का उत्पादन करें, फसलों का सही भंडारण करें तथा फसल उत्पादों का प्रसंस्करण करके उन्हें बाजार में बेचें तो फसल उत्पादों के अधिक दाम प्राप्त कर सकते है |
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित विभिन्न विभागीयअधिकारी जिला में एक सौ कृषि उत्पादक संगठनों को तैयार करें जिसमें मत्स्य उत्पादन, धान,मटर,मक्की मधुमक्खी पालन, लाल चावल व बकव्हीट (फूलन ) इत्यादि उत्पादक किसानों को शामिल किया जाए |
किसान क्रेडिट कार्ड पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक से अधिक संख्या में इस योजना से जोड़ा जाए ताकि उन्हें इस योजना से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके इसके लिए सभी संबंधित विभाग सामूहिक तौर पर समन्वय स्थापित कर किसानों को जागरूक करें |
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त चम्बा मुकेश रेप्सवाल, उप निदेशक कृषि कुलदीप, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंद्रवीर सिंह वह अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे |
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