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कुल्लू , 14 मार्च ! जिला कुल्लू में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिला स्तरीय सघन दस्त न्यूमोनिया नियंत्रण पखवाड़ा शुरू कर दिया गया है। यह पखवाड़ा आज से 27 मार्च तक चलेगा और आशा वर्कर के द्वारा घर-घर जाकर छोटे बच्चों के पीछे जिंक की गोलियां तथा ओआरएस के पैकेट बांटे जाएंगे। इस पखवाड़े की शुरुआत ढालपुर अस्पताल में सीएमओ कुल्लू डॉक्टर नागराज पवार के द्वारा आज की गई। डॉक्टर नागराज पवार ने बताया कि जिला कुल्लू में डायरिया और निमोनिया से बच्चे की किसी की भी मौत ना हो। इसके लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला कुल्लू की अगर बात करें तो 29 हजार 351 बच्चे है। जो जीरो से पांच साल के बीच के है। वही जिंक की गोलियों की संख्या 3 लाख 79 हजार है और 56 हजार ओआरएस के पैकेट जिला कुल्लू में बांटे जाएंगे। उन्होंने बताया कि सब ध्यान के तहत पहले स्वास्थ्य केन्द्रो में आशा वर्कर के द्वारा यह अभियान चलाया जाएगा और यहां पर महिलाओं को ओआरएस और जिंक की गोलियों के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी। उसके बाद यह अभियान गांव-गांव व घर-घर में चलाया जाएगा। इसके साथ आशा वर्कर के द्वारा लोगों को अपने हाथ साफ करने व अन्य स्वस्थ रहने के तरीकों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी छोटे बच्चों का अन्य लोगों के बीच न फैल सके।
कुल्लू , 14 मार्च ! जिला कुल्लू में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिला स्तरीय सघन दस्त न्यूमोनिया नियंत्रण पखवाड़ा शुरू कर दिया गया है। यह पखवाड़ा आज से 27 मार्च तक चलेगा और आशा वर्कर के द्वारा घर-घर जाकर छोटे बच्चों के पीछे जिंक की गोलियां तथा ओआरएस के पैकेट बांटे जाएंगे।
इस पखवाड़े की शुरुआत ढालपुर अस्पताल में सीएमओ कुल्लू डॉक्टर नागराज पवार के द्वारा आज की गई। डॉक्टर नागराज पवार ने बताया कि जिला कुल्लू में डायरिया और निमोनिया से बच्चे की किसी की भी मौत ना हो। इसके लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि जिला कुल्लू की अगर बात करें तो 29 हजार 351 बच्चे है। जो जीरो से पांच साल के बीच के है। वही जिंक की गोलियों की संख्या 3 लाख 79 हजार है और 56 हजार ओआरएस के पैकेट जिला कुल्लू में बांटे जाएंगे। उन्होंने बताया कि सब ध्यान के तहत पहले स्वास्थ्य केन्द्रो में आशा वर्कर के द्वारा यह अभियान चलाया जाएगा और यहां पर महिलाओं को ओआरएस और जिंक की गोलियों के उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
उसके बाद यह अभियान गांव-गांव व घर-घर में चलाया जाएगा। इसके साथ आशा वर्कर के द्वारा लोगों को अपने हाथ साफ करने व अन्य स्वस्थ रहने के तरीकों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी। ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी छोटे बच्चों का अन्य लोगों के बीच न फैल सके।
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