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कुल्लू , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में कर्नल पृथ्वी चंद महावीर चक्र सामुदायिक भवन में पूर्व सैनिकों ने शुक्रवार को विजय दिवस मनाया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विस लीग जिला कुल्लू एवं लाहौल स्पीति के चेयरमैन ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने तिरंगा फहराया और उपस्थित पूर्व सैनिकों को संबोधित किया। वही, इस कार्यक्रम में सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल बी एस ठाकुर भी शामिल रहे। इससे पहले तिरंगा फहराते हुए सभी पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रगान भी गाया। विजय दिवस पर पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल बी एस ठाकुर ने बताया कि 1971 में 16 दिसंबर को भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ाए थे और पाकिस्तानी सेना के हजारों सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसके चलते इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि 1971 की लड़ाई में जिन भारतीय वीर सैनिकों ने देश की खातिर जान गंवाई, इस दिन उन वीर सैनिकों को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर शहीद वीर सैनिकों की याद में 2 मिनट का मौन व्रत भी रखा गया। इसके अलावा विजय दिवस के दौरान पूर्व सैनिकों और युद्ध विधवाओं की वीर नारियों की समस्याओं पर भी चिंतन किया गया और यथासंभव उनकी समस्याओं का समाधान करने की भी कोशिश की गई। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
कुल्लू , 16 दिसंबर [ विशाल सूद ] ! जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में कर्नल पृथ्वी चंद महावीर चक्र सामुदायिक भवन में पूर्व सैनिकों ने शुक्रवार को विजय दिवस मनाया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश एक्स सर्विस लीग जिला कुल्लू एवं लाहौल स्पीति के चेयरमैन ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने तिरंगा फहराया और उपस्थित पूर्व सैनिकों को संबोधित किया।
वही, इस कार्यक्रम में सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल बी एस ठाकुर भी शामिल रहे। इससे पहले तिरंगा फहराते हुए सभी पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रगान भी गाया। विजय दिवस पर पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल बी एस ठाकुर ने बताया कि 1971 में 16 दिसंबर को भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ाए थे और पाकिस्तानी सेना के हजारों सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसके चलते इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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उन्होंने बताया कि 1971 की लड़ाई में जिन भारतीय वीर सैनिकों ने देश की खातिर जान गंवाई, इस दिन उन वीर सैनिकों को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर शहीद वीर सैनिकों की याद में 2 मिनट का मौन व्रत भी रखा गया। इसके अलावा विजय दिवस के दौरान पूर्व सैनिकों और युद्ध विधवाओं की वीर नारियों की समस्याओं पर भी चिंतन किया गया और यथासंभव उनकी समस्याओं का समाधान करने की भी कोशिश की गई।
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