- विज्ञापन (Article Top Ad) -
करसोग ! जिला मंडी के उपमंडल करसोग से लगभग पाँच कि.मी. की दूरी पर स्थित भँथल पँचायत के अँतर्गत अद्भुत"नागणी जान ! इसको देखकर आश्चर्य होता है कि कैसे एक विशाल चट्टान के ऊपर छोटी सी दूसरी चट्टान टिकी है। इस चट्टान का सम्बन्ध पाँडव काल से है। मान्यता है कि उस समय यह क्षेत्र इतना विरान था कि यहाँ दिन के उजाले मे भी भय लगता था। भय का कारण यक्षणी था। पाँडव जब यहाँ से गुजर रहे थे तो भीम का सामना यक्षणी से हो गया। यक्षणी ने भीम को परास्त करने के लिए विशाल शिलारूप धारण कर जैसे ही ध्यानस्त होने लगी तो भीम ने भी विशाल रूप धारण कर तलवार से यक्षणी का सिर काट कर उसे मार दिया । यह सिर हजारों वर्षों से इसी तरह विशाल शिला पर टिका है।अनेक भूकंप भी इसे अपनी जगह से नही हटा सके l
करसोग ! जिला मंडी के उपमंडल करसोग से लगभग पाँच कि.मी. की दूरी पर स्थित भँथल पँचायत के अँतर्गत अद्भुत"नागणी जान ! इसको देखकर आश्चर्य होता है कि कैसे एक विशाल चट्टान के ऊपर छोटी सी दूसरी चट्टान टिकी है। इस चट्टान का सम्बन्ध पाँडव काल से है। मान्यता है कि उस समय यह क्षेत्र इतना विरान था कि यहाँ दिन के उजाले मे भी भय लगता था। भय का कारण यक्षणी था। पाँडव जब यहाँ से गुजर रहे थे तो भीम का सामना यक्षणी से हो गया। यक्षणी ने भीम को परास्त करने के लिए विशाल शिलारूप धारण कर जैसे ही ध्यानस्त होने लगी तो भीम ने भी विशाल रूप धारण कर तलवार से यक्षणी का सिर काट कर उसे मार दिया । यह सिर हजारों वर्षों से इसी तरह विशाल शिला पर टिका है।अनेक भूकंप भी इसे अपनी जगह से नही हटा सके l
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -